जम्मू। जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स ने मंगलवार को सीजफायर का उल्लंघन कर भारत की तरफ फायरिंग की। इस फायरिंग से बीएसएफ के दो जवान घायल हुए हैं। बीएसएफ के जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बीएसएफ की तरफ से बताया गया है कि पाकिस्तान रेंजर्स ने मंगलवार रात करीब 8.15 बजे अरनिया सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया। बिना किसी उकसावे के पाकिस्तान रेंजर्स ने बीएसएफ की तरफ गोलीबारी की। बीएसएफ के अनुसार पाकिस्तान की गोलीबारी में घायल दोनों बीएसएफ जवानों की हालत स्थिर है। इससे पहले पाकिस्तान ने 2020 में भी सीजफायर का उल्लंघन कर भारतीय सीमा में फायरिंग की थी। पाकिस्तान की तरफ से उस साल 5000 बार सीजफायर का उल्लंघन हुआ था। पाकिस्तानी गोलीबारी में तमाम घर नष्ट हुए थे और लोगों की मौत भी हुई थी। 25 फरवरी 2021 को भी पाकिस्तान की तरफ से ऐसे ही सीजफायर उल्लंघन किया गया था।
#WATCH | Two injured BSF personnel were brought to a hospital in Jammu
Two BSF personnel received bullet injuries after Pak Rangers resorted to unprovoked firing towards BSF troops https://t.co/NiqoVfVOHH pic.twitter.com/fpJefc9456
— ANI (@ANI) October 18, 2023
2021 के बाद अब पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया है। हालांकि, आतंकियों को घुसपैठ में मदद देने के लिए उसकी सेना कई बार फायरिंग करती है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर का उल्लंघन कर फायरिंग के बाद बीएसएफ के जवानों ने भी पलटकर जवाब दिया। बीएसएफ जवानों ने पाकिस्तान के इकबाल और खन्नौर में पाकिस्तानी पोस्ट पर फायरिंग की। सीजफायर उल्लंघन की घटना विक्रम बॉर्डर पोस्ट पर हुई। जिस वक्त पाकिस्तान रेंजर्स ने फायरिंग की, बीएसएफ के जवान बिजली ठीक कर रहे थे। सीमा से ये जगह करीब 60 मीटर ही दूर है। पाकिस्तान और भारत ने साल 2003 में सीजफायर का समझौता किया था। इस समझौते को कभी भारत ने नहीं तोड़ा, लेकिन पाकिस्तान इसे धता बताकर फायरिंग की घटना करता रहा है।
पाकिस्तान ने किस तरह भारत के साथ सीजफायर का उल्लंघन किया, ये फरवरी 2021 में लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने एक सवाल के जवाब में बताया था। मंत्री ने संसद में बताया था कि 2018, 2019 और 2020 में पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन के 10752 मामले हुए। मंत्री ने संसद में जानकारी दी थी कि इन तीन साल में जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर पाकिस्तान की गोलीबारी में 364 सुरक्षाकर्मी और 341 नागरिक घायल हुए। भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर में 221 किलोमीटर सीमा और 740 किलोमीटर एलओसी है। सीमा पर बीएसएफ तैनात है। वहीं, एलओसी पर चौकसी की जिम्मेदारी भारतीय सेना संभालती है। एलओसी की तरफ से ही पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश करता रहता है।