अमरावती। महाराष्ट्र के अमरावती से सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा एक बार फिर मुश्किल में हैं। अमरावती में भी दोनों समेत कुछ लोगों पर पुलिस ने 4 केस दर्ज किए हैं। ये केस बिना मंजूरी के रैली करने, क्रेन के इस्तेमाल वगैरा के हैं। खास बात ये कि इन केसों का भी हनुमान चालीसा के पाठ से परोक्ष संबंध है। इससे पहले हनुमान चालीसा पढ़ने के विवाद में ही नवनीत राणा और रवि जेल तक जा चुके हैं। शनिवार को दोनों ने रामनगर के मंदिर में हनुमान चालीसा पढ़ी थी। इसके अलावा एयरपोर्ट से रामनगर तक बाइक रैली की थी। इस रैली की मंजूरी पुलिस ने नहीं दी थी। मंदिर के बाहर समर्थकों की संख्या पर भी पाबंदी लगाई गई थी। साथ ही पुलिस ने कहा था कि किसी तरह की अनुचित घटना के लिए भी राणा दंपति जिम्मेदार होंगे। ये सभी आरोप अब दोनों पर लगे हैं।
अमरावती पुलिस के मुताबिक नवनीत और रवि समेत तमाम कार्यकर्ताओं पर राजापेठ थाना, सिटी कोतवाली और गाडगेनगर थाने में केस दर्ज किया गया है। कुल मिलाकर 17 लोगों पर एफआईआर है। इन पर यातायात बाधित करने, बिना मंजूरी रैली, पुलिस के आदेश के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। नवनीत राणा और उनके पति 36 दिन बाद अमरावती पहुंचे थे। इस पर शनिवार को दोनों के समर्थकों का हुजूम इकट्ठा हो गया था। बाइक रैली से शहर की यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई थी। इसके अलावा नियमों का उल्लंघन कर राणा दंपति ने लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर रात 10 बजे के बाद आरती भी की थी।
पुलिस के मुताबिक राणा दंपति ने घर के सामने पंडाल बनाया था। इससे भी यातायात बाधित हुआ। इस पर पुलिस ने एक्शन लिया। अब राणा दंपति को फिर आरोपों का सामना करने के लिए कोर्ट में पेश होना होगा। बता दें कि जब दोनों ने शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा पढ़ने का एलान किया था, तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तब शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने कहा था कि ऐसा करने वालों को उनकी पार्टी 20 फुट गहरे दफना देगी।