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Coronavirus: 5 अप्रैल 2020 जब पीएम मोदी के आह्वान पर पूरे देश में लोगों ने जलाए थे दीये और मोबाइल फोन की फ्लेश लाइट

Coronavirus: 2020 की 5 अप्रैल की वह तारीख भी दर्ज हो गई जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर देश के करोड़ों लोगों ने रात नौ बजे अपने घरों की तमाम बत्तियां बुझाकर मोमबती, दीए और मोबाइल फोन की फ्लेश लाइट जलाकर कोरोना महामारी के खिलाफ संघर्ष में एकजुटता का प्रदर्शन किया था।

नई दिल्ली। कोरोनावायरस की तेज होती रफ्तार और देश में एक बार फिर से लॉकडाउन की बनती संभावनाओं के बीच साल 2020 का 5 अप्रैल का दिन याद आ रहा है जब कोरोना वॉरियर्स का उत्साह बढ़ाने और उनका अभिवादन करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देशभर में दीपों के उत्सव जैसा माहौल बन गया था। साल 2020 में पूरी दुनिया जब कोरोनावायरस रूपी राक्षस की चपेट में आया तो लोग काफी घबराए हुए थे। पूरी दुनिया मानो थम सी गई थी। भारत में पहली बार आजादी के बाद लोगों ने सबकुछ ठहरते देखा था। लोग घरों में कैद थे और मानसिक अवसाद के शिकार हो रहे थे। ऊपर से कोरोना का भय इतना जिसने लोगों को अंदर तक हिलाकर रख दिया था। लेकिन पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में जिस तरह से कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रयास किए गए वह काबिलेतारीफ था। दुनिया के सभी देश उनके इस प्रयास की प्रशंसा कर रहे हैं। लेकिन इस सब के बीच देश के नागरिकों और खासकर कोरोना वॉरियर्स को हौसला देने के लिए पीएम मोदी ने जो किया उसकी भी चारों और प्रशंसा की गई।

diya modi

हालांकि भारत के इतिहास में 5 अप्रैल की तारीख गांधी जी की डांडी यात्रा जो 1930 में इसी तारीख को शुरी हुई थी। जब गांधी जी नमक कानून तोड़ने के लिए अपने अनुयायियों के साथ डांडी पहुंचे थे। वहीं 1908 का वह साल भी जब देश के पहले दलित उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम का जन्म हुआ था। इसके साथ ही 1993 की 5 अप्रैल की तारीख जब लाखों दिलों पर राज करनेवाली कम उम्र की अभिनेत्री दिव्या भारती जिनके प्रशंसक इस दिन एक सदमे से गुजरे थे। इसी दिन अभिनेत्री दिव्या भारती का अल्पायु में निधन हो गया था।

Narendra Modi Corona Light

लेकिन इस सब के साथ जब देश कोरोनावायरस से जंग लड़ रहा था और यह जंग अभी भी जारी है। देश में कोरोना की दूसरी लहर ने एक बार फिर से अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। लेकिन इतिहास के पन्नों में साल 2020 की 5 अप्रैल की वह तारीख भी दर्ज हो गई जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर देश के करोड़ों लोगों ने रात नौ बजे अपने घरों की तमाम बत्तियां बुझाकर मोमबती, दीए और मोबाइल फोन की फ्लेश लाइट जलाकर कोरोना महामारी के खिलाफ संघर्ष में एकजुटता का प्रदर्शन किया था। आज ठीक एक साल बाद भी कोरोना ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है। लेकिन घरों में तब कैद लोगों के जेहन से यह दिन निकलने को तैयार नहीं है। इससे पहले पीएम मोदी के आह्वान पर ताली, थाली, घंटी बजाकर लोगों ने कोरोना वॉरियर्स का उत्साह बढ़ाया था।