मेरठ। यूपी के मेरठ में शनिवार को दर्दनाक हादसा हुआ। यहां कांवड़ियों के डीजे के लाउडस्पीकर से हाईटेंशन बिजली का तार छू गया। हाईटेंशन लाइन की चपेट में कई कांवड़िया आ गए। इससे 5 की मौत हो गई। बाकी सभी को अस्पताल में दाखिल कराया गया। मेरठ प्रशासन ने 5 कांवड़ियों की मौत की पुष्टि की है। ये हादसा मेरठ-परीक्षितगढ़ रोड पर राली चौहान गांव में हुआ। यहां कांवड़ियों के लिए शिविर लगा था। हाईटेंशन बिजली के तार से कांवड़ियों की मौत और झुलसने से लोग आक्रोशित हुए। हादसे से आक्रोशित ग्रामीणों ने रात में कांवड़ियों के साथ मिलकर सड़क पर जाम लगा दिया।
बताया जा रहा है कि कांवड़िया गांव के शिविर में पहुंच रहे थे। कांवड़ में डीजे लगा था। भजन बज रहे थे और कांवड़िया इसपर खुशी मना रहे थे कि तभी हादसा हुआ। मृतकों के नाम कमल सैनी, पप्पू, सुरेश, हिमांशु और लक्ष्मी बताए जा रहे हैं। कांवड़ियों का आरोप है कि बिजली के तार की वजह से ट्रैक्टर-ट्रॉली वाली कांवड़ करीब 2 घंटे गांव के बाहर खड़ी रही। जेई से इस बारे में बात भी की गई थी। फिर पता चला कि बिजली काट दी गई है। इसके बाद कांवड़ लेकर गांव में आगे बढ़ रहे थे।
मेरठ के थाना भावनपुर के अंतर्गत राली चौहान गांव के लोग डीजे के साथ कांवड़ लेकर जा रहे थे। गांव के पास रोड के किनारे 11 केवी की लाइन से उनके डीजे का फ्रेम छू जाने से दुर्घटना हुई है। 10 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जिनमें से 5 लोगों की मृत्यु हुई है: मेरठ ज़िलाधिकारी दीपक… pic.twitter.com/frn4k42Bvd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 15, 2023
लोगों का कहना है कि कांवड़ लेकर जैसे ही लोग बढ़े, तभी उसमें लगा लाउडस्पीकर हाईटेंशन लाइन से छू गया। कांवड़ के डीजे के लाउडस्पीकर के हाईटेंशन लाइन में छूते ही करंट उतर आया। डीजे के जरिए ट्रैक्टर-ट्रॉली में उतरे करंट ने लोगों को झुलसा दिया और कांवड़ियों की मौत हुई। मृतक और झुलसे लो राली चौहान गांव के ही बताए जा रहे हैं। पुलिस के मुताबिक गांव के लोग हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे थे। इस मामले में पुलिस छानबीन कर रही है कि बिजली आखिर क्यों नहीं काटी गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हादसे कि जिम्मेदारों को सख्त सजा दिलाई जाएगी।