newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Kejriwal To Meet Akhilesh: आज लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलेंगे अरविंद केजरीवाल, केंद्र के खिलाफ समर्थन के लिए हैं जुटे

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पुलिस, जमीन और सार्वजनिक व्यवस्था के अलावा बाकी सभी अधिकार दिल्ली सरकार के हैं। कोर्ट ने अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का हक भी केजरीवाल सरकार का बताया था। इसके बाद केंद्र ने अध्यादेश जारी कर सभी अधिकार दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर को वापस दे दिए।

लखनऊ। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आजकल केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों का साथ लेने के लिए दौरे पर दौरा कर रहे हैं। इसी कड़ी में वो आज लखनऊ आ रहे हैं। यहां अरविंद केजरीवाल का इरादा समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलकर समर्थन लेने का है। अरविंद केजरीवाल दोपहर करीब 2 बजे लखनऊ पहुंचेंगे। चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से वो सीधे विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा के दफ्तर जाएंगे। जहां अखिलेश यादव से उनकी मुलाकात होनी है। सबकी नजर इस पर है कि अखिलेश यादव भी अरविंद केजरीवाल को समर्थन देने का आज ही एलान करते हैं, या इस मामले पर कोई और फैसला लेते हैं। केजरीवाल के साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान भी होंगे।

केजरीवाल अब तक केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी दलों को अपने पाले में करने के लिए तमाम मुख्यमंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं। वो बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं से मिल चुके हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मिलने का अरविंद केजरीवाल ने वक्त मांगा था, लेकिन केजरीवाल के पुराने कांग्रेस विरोधी बयानों की वजह से पार्टी में दिल्ली के सीएम से मुलाकात न करने की सलाह खरगे को नेताओं ने दी है।

supreme court and pm modi

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पुलिस, जमीन और सार्वजनिक व्यवस्था के अलावा बाकी सभी अधिकार दिल्ली सरकार के हैं। कोर्ट ने अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का हक भी केजरीवाल सरकार का बताया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने अध्यादेश जारी कर कोर्ट का फैसला पलट दिया और सभी अधिकार दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर को वापस दे दिए। संसद के अगले यानी मॉनसून सत्र में केंद्र सरकार इस अध्यादेश की जगह बिल लाएगी। केजरीवाल सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश के तहत कह रहे हैं कि वे साथ देकर राज्यसभा में बिल पर वोटिंग के दौरान मोदी सरकार को हराएं। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अगर राज्यसभा में मोदी सरकार हार गई, तो ये अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले का असली सेमीफाइनल होगा।