newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

AAP On Uniform Civil Code: UCC पर AAP का रिएक्शन, दिया ऐसा बयान की विपक्षी गठबंधन को लग सकती है मिर्ची

AAP On Uniform Civil Code: संदीप पाठक ने कहा कि, हम सैद्धांतिक रूप से यूसीसी का समर्थन करते है आर्टिकल 44 भी इसका समर्थन करती है कि देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड होनी चाहिए। लेकिन ये मुद्दा कई धर्म संप्रदायों से जुड़ा हुआ है, हमारा देश एक समूह है कई सारे धर्म और संप्रदायों का। सभी से सहमति बनाकर, सभी से चर्चा करके चाहे वो राजनीतिक हो या गैर राजनीतिक, जनता हो सब से चर्चा करके सहमति बनाकर इसको लागू करनी चाहिए।

नई दिल्ली। एक तरह जहां विपक्ष पार्टियां यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर मोदी सरकार पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रही है। कांग्रेस, डीएमके समते कई दल यूसीसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे है। इसके अलावा मुस्लिम संगठन इस कानून के विरोध में सबसे ज्यादा मुखर रहे है। मुस्लिम संगठन बेचैन है। वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने यूसीसी पर ऐसा बयान दिया है जिससे विपक्षी गठबंधन को मिर्ची लग सकती है। दरअसल केजरीवाल की पार्टी का यूसीसी पर बड़ा सामने आया है। आम आदमी पार्टी ने कहा कि सैद्धांतिक रूप से हम यूसीसी का समर्थन करते है। लेकिन सभी धर्म संप्रदायों से इस पर चर्चा कर आम सहमति बनी जाए। आर्टिकल 44 कहता है यूसीसी होना चाहिए। लेकिन ये मुद्दा सभी धर्म संप्रदाय से जुड़ा हुआ है। मगर स्टेक होल्डर्स को लेकर आम सहमति इसको लेकर जरूरी है। बता दें कि न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए आम आदमी पार्टी के संगठन महासचिव संदीप पाठक ने यूसीसी का समर्थन किया है।

UCC 1

संदीप पाठक ने कहा कि, हम सैद्धांतिक रूप से यूसीसी का समर्थन करते है आर्टिकल 44 भी इसका समर्थन करती है कि देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड होनी चाहिए। लेकिन ये मुद्दा कई धर्म संप्रदायों से जुड़ा हुआ है, हमारा देश एक समूह है कई सारे धर्म और संप्रदायों का। सभी से सहमति बनाकर, सभी से चर्चा करके चाहे वो राजनीतिक हो या गैर राजनीतिक, जनता हो सब से चर्चा करके सहमति बनाकर इसको लागू करनी चाहिए।

बता दें कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पीएम मोदी ने पहली बार यूनिफॉर्म सिविल कोड पर कानून बनाने के ठोस संकते दिए। पीएम मोदी ने यूसीसी की हिमायत लिए एमपी चुनावी जमीन चुनी और ये संयोग नहीं बल्कि सीधे-सीधे प्रयोग है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने है। कॉमन सिविल कोड पर सियासी प्रयोग का प्रभाव इन राज्यों में दिखाई देगा।