अजमेर। नूपुर शर्मा का सिर कलम करने वाले को अपना घर देने की बात कहकर उकसाने वाले अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती के मामले में डीएसपी संदीप सारस्वत पर अब कार्रवाई हुई है। बुधवार को एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में कथित तौर पर सारस्वत सलमान चिश्ती से पहले पूछते दिखे कि उसने बयान देने के वक्त कौन सा नशा किया था। इस पर सलमान कहता है कि वो नशा नहीं करता। इस पर कथित तौर पर डीएसपी ने उससे कहा कि कह दे कि नशे में बयान दिया था। तुझे बचाने में आसानी होगी। इस वीडियो के सोशल मीडिया में वायरल होते ही बीजेपी ने इसे मुद्दा बना लिया था। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार धमकी देने वालों को इस तरह बचा रही है।
In this video, Ashok Gehlot’s police is seen tutoring Salman Chishti, who called for Nupur Sharma’s beheading, to claim that he made the statement in an inebriated condition, so that he can be saved. Do #HinduLivesMatter in Congress rule? RJ police could have averted Udaipur too. pic.twitter.com/a33zZxIYgn
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 6, 2022
बीजेपी ने ऐसे कांग्रेस और गहलोत सरकार को घेरा था कि तभी लग रहा था कि इस मामले में डीएसपी संदीप सारस्वत के खिलाफ कार्रवाई होगी। अब खबर है कि संदीप सारस्वत को दरगाह थाना इलाके से हटाकर लाइन हाजिर किए जाने की खबर है। खास बात ये है कि जब सलमान चिश्ती का बयान सामने आया था और पुलिस ने उसे मंगलवार रात गिरफ्तार किया था, तो एक एएसपी ने भी कहा था कि सलमान ने नशे की हालत में बयान दिया था। जबकि, बाद में आरोप लगा कि पुलिस उसे सिखा रही है कि नशे में होने की बात कहे। ताकि उसे बचाया जा सके।
बता दें कि नूपुर शर्मा के पैगंबर पर दिए कथित विवादित बयान के बाद से मुस्लिम समुदाय काफी उत्तेजित है। कई जगह ‘सर तन से जुदा’ के नारे लगते सुनाई और दिखाई दिए हैं। उदयपुर और अमरावती में नूपुर के पक्ष में सोशल मीडिया पोस्ट करने पर दो लोगों की हत्या तक कर दी गई है। वहीं, 3 और 10 जून को देश के कई शहरों में हिंसा हो चुकी है।