नई दिल्ली। कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर अहम टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि सीएम से इस्तीफा देने को कहा गया है। इससे पता चलता है कि अजित पवार और राष्ट्रीय समाज पक्ष (आरएसपी) के आठ अन्य विधायकों को उनके एक साल पुराने राज्य मंत्रिमंडल में शामिल करने से सीएम का पद खतरे में पड़ सकता है। अजित पवार वर्तमान में शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के देवेंद्र फड़नवीस के साथ उप मुख्यमंत्री का पद साझा कर रहे हैं।
आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैंने सुना है कि मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है, और (सरकार में) कुछ बदलाव हो सकते हैं।” ठाकरे की टिप्पणी उन खबरों के बीच आई है कि राष्ट्रीय समाज पक्ष के बागी अजित पवार और उनके समर्थकों के सरकार में प्रवेश ने भाजपा-शिंदे गुट के भीतर दरार पैदा कर दी है।
आदित्य ठाकरे द्वारा की गई टिप्पणियाँ सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर सत्ता के संभावित बदलाव का संकेत देती हैं। अजित पवार और उनके गुट को शामिल करने से जाहिर तौर पर भाजपा-शिंदे समूह के बीच बेचैनी की भावना पैदा हुई है, जिससे एकनाथ शिंदे के नेतृत्व के भविष्य के बारे में चर्चा शुरू हो गई है।