newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Operation Lotus: गोवा के बाद अब गुजरात में भी ‘ऑपरेशन लोटस’ की तैयारी!, कांग्रेस के इतने विधायकों के बीजेपी में जाने की अटकलें

खबर ये भी है कि कांग्रेस आलाकमान तक भी उसके विधायकों और पाटिल की मुलाकात की खबर पहुंची है। नतीजे में कांग्रेस के उच्चस्तर पर इन विधायकों के जाने के बाद से बनने वाले हालात पर चर्चा भी हो चुकी है। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में गुजरात कांग्रेस के 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की थी।

गांधीनगर। गोवा के बाद अब गुजरात में ‘ऑपरेशन लोटस’ होने के कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को उसके विधायक झटका देकर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। बताया जा रहा है कि आधा दर्जन कांग्रेस विधायकों ने गुजरात के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल से मुलाकात भी कर ली है। बीजेपी ने उनसे सही वक्त का इंतजार करने के लिए कहा है। खबर ये भी है कि कांग्रेस आलाकमान तक भी उसके विधायकों और पाटिल की मुलाकात की खबर पहुंची है। नतीजे में कांग्रेस के उच्चस्तर पर इन विधायकों के जाने के बाद से बनने वाले हालात पर चर्चा भी हो चुकी है। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में गुजरात कांग्रेस के 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की थी।

gujarat bjp chief cr patil

कांग्रेस में अंदरखाने काफी नाउम्मीदी होने की बात सामने आ रही है। भविष्य को लेकर कांग्रेस के नेता और विधायक चिंता में हैं। पार्टी में नेतृत्व तक बात न पहुंच पाने के बारे में पार्टी छोड़ने वाले तमाम नेता खुलेआम चिंता जता चुके हैं। पहले गुजरात के नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस आलाकमान तक अपनी बात सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल के जरिए पहुंचा देते थे, लेकिन अहमद पटेल के निधन के बाद वे खुद को बेसहारा मान रहे हैं। कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक साल 2014 से लगातार कांग्रेस जिस तरह बीजेपी से हारती रही, उससे नेताओं के साथ ही कार्यकर्ताओं के लिए भी राह कठिन हो चली है। वे कांग्रेस में आगे भविष्य नहीं देख पा रहे और इसी वजह से बीजेपी के खेमे में जा रहे हैं।

goa congress split

गोवा का हवाला दिया जा रहा है, जहां दिगंबर कामत और माइकल लोबो जैसे दिग्गज कांग्रेस नेता भी बीजेपी के खेमे में बुधवार को चले गए। साथ में ये 6 और विधायकों को ले गए। हालात ये है कि गोवा विधानसभा में कांग्रेस के सिर्फ 3 विधायक बचे हैं और मुख्य विपक्षी दल का उसका तमगा भी छिन सकता है। दूसरी तरफ राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं। जबकि, कई कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि इस यात्रा की जगह पार्टी को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाना पहले जरूरी था।