
अलीगढ़। एक तरफ जोशीमठ है। जहां भू धंसाव से मकानों और होटलों में चौड़ी दरारें आ गई हैं। लोगों को विस्थापित होना पड़ रहा है। वहीं, यूपी के अलीगढ़ में भी एक इलाके में तमाम मकानों में दरारें आ गई हैं। इस इलाके का नाम कनवरीगंज है। यहां के मकानों में रहने वाले डरे हुए हैं। कई मकानों की छतों और दीवारों पर दरारें आई हैं। इसकी वजह जमीन का धसकना यानी भू धंसाव नहीं, बल्कि सीवेज है। कनवरीगंज के लोगों का कहना है कि कुछ वक्त पहले उनके इलाके में नगर निगम ने सीवेज की पाइपलाइन डाली थी। शायद सीवेज का पानी रिसकर इस पाइपलाइन से मकानों की नींव में जा रहा है।
#FirstOnTNNavbharat: जोशीमठ की तरह अलीगढ़ के कनवरीगंज इलाके में घरों की दीवारों और फर्श पर दरार, धीरे-धीरे धंस रहे हैं इलाके के कई मकान@PreetiNegi_ #UttarPradesh #Aligarh #JoshimathSubsidence pic.twitter.com/HvD4jjgH8Z
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) January 11, 2023
कनवरीगंज के लोगों का कहना है कि नींव में पानी जाने की वजह से ही उनके मकानों की छतों और दीवारों पर दरारें पड़ रही हैं। इस समस्या से 20 से ज्यादा परिवार परेशान हैं। लोगों का कहना है कि रात में दरारें पड़ती हैं और चटकन की तेज आवाजें आती हैं। इससे उनकी रातों की नींद उड़ गई है। जिन मकानों में समस्या है, उनमें से कई नए बने हुए हैं। लोगों को डर है कि कहीं उनके मकान धराशायी न हो जाएं। हालत ये है कि वे चैन से सो भी नहीं पा रहे कि कब मकान गिर जाए और उनकी समाधि मलबे के नीचे बन जाए।
अलीगढ़ के कनवरीगंज में मकानों में दरारें आने का सिलसिला करीब एक हफ्ते से शुरू हुआ है। मकान भी जमीन में बैठ रहे हैं। ऐसे में दरारों की मरम्मत कराने से भी कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है। लोगों की ये समझ में नहीं आ रहा है कि वे करें तो क्या। लोगों ने प्रशासन से इस समस्या की तरफ देखने के लिए कहा है। उनका कहना है कि अगर कुछ न किया गया, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।