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Maharashtra Politics: बिहार के सियासी ड्रामे के बाद अब महाराष्ट्र में मचा हंगामा, राज्य के पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने पार्टी से दिया इस्तीफा

Maharashtra Politics: यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी और मिलिंद देवड़ा ने हाल ही में पार्टी से नाता तोड़ लिया है। हालांकि चव्हाण ने अभी तक महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी को अपना इस्तीफा नहीं सौंपा है, लेकिन उन्होंने हाल ही में राज्य कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला के साथ बैठक की थी, जहां कुछ मुद्दों पर चर्चा हुई थी।

नई दिल्ली। बिहार में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच महाराष्ट्र से एक अहम घटनाक्रम सामने आ रहा है। दिग्गज कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कथित तौर पर कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया है। अपने पत्र में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और विधान सभा सदस्य के पद से भी इस्तीफा देने की घोषणा की है। चव्हाण ने आज सुबह 11:24 बजे विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को विधानसभा से अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिसे अध्यक्ष कार्यालय ने स्वीकार कर लिया है। ऐसी अटकलें हैं कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं। यह भी कहा कि लगभग 10 से 12 विधायक संभावित रूप से पाला बदल सकते हैं।

यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी और मिलिंद देवड़ा ने हाल ही में पार्टी से नाता तोड़ लिया है। हालांकि चव्हाण ने अभी तक महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी को अपना इस्तीफा नहीं सौंपा है, लेकिन उन्होंने हाल ही में राज्य कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला के साथ बैठक की थी, जहां कुछ मुद्दों पर चर्चा हुई थी। इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष इस वक्त रायपुर में हैं।कयास लगाए जा रहे हैं कि चव्हाण बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेन्द्र फड़णवीस ने स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस के कई अच्छे नेता भाजपा के संपर्क में हैं और जो नेता जनता से जुड़े हुए हैं वे कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहे हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि कुछ प्रमुख चेहरे कांग्रेस में शामिल होंगे। सामने आने वाली घटनाओं पर पैनी नजर रखी जा रही है।

अशोक चव्हाण को महाराष्ट्र कांग्रेस में एक प्रमुख व्यक्ति माना जाता है, जो हर बुरे वक्त में पार्टी के साथ खड़े रहने के लिए जाने जाते हैं। मोदी लहर के बावजूद, वह 2014 में कांग्रेस के लिए नांदेड़ सीट जीतने में कामयाब रहे।