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Allegation: यूपी चुनाव से पहले अखिलेश के सामने नई मुश्किल, आय से अधिक संपत्ति मामले में…

यूपी में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आय से अधिक संपत्ति का जिन्न एक बार फिर अखिलेश और उनकी समाजवादी पार्टी के पीछे पड़ सकता है। चतुर्वेदी को अखिलेश पहले ही कांग्रेस का पोषित बता चुके हैं। अखिलेश ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस वालों ने विश्वनाथ चतुर्वेदी को पैसा देकर उनके परिवार पर आय से अधिक संपत्ति का केस कराया।

लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बीते काफी दिन से कह रहे हैं कि उनके और परिवार के लोगों पर लगा आय से अधिक संपत्ति का केस खत्म हो चुका है। इस मामले में अखिलेश की ये बयानबाजी गलत साबित हुई है। मुलायम और अखिलेश समेत उनके परिवार पर आय से अधिक संपत्ति का केस करने वाले वकील विश्वनाथ चतुर्वेदी ने इसका खुलासा एक ट्वीट से किया है। ट्वीट का सार अगर समझें, तो यही कि यूपी में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आय से अधिक संपत्ति का जिन्न एक बार फिर अखिलेश और उनकी समाजवादी पार्टी के पीछे पड़ सकता है। चतुर्वेदी को अखिलेश पहले ही कांग्रेस का पोषित बता चुके हैं। अखिलेश ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस वालों ने विश्वनाथ चतुर्वेदी को पैसा देकर उनके परिवार पर आय से अधिक संपत्ति का केस कराया।

अब आइए जानते हैं कि विश्वनाथ चतुर्वेदी ने अपने ट्वीट में क्या लिखा है। अखिलेश के परिवार पर केस करने वाले चतुर्वेदी ने लिखा है, “सीबीआई की फर्जी रिपोर्ट को प्रचारित कर आय से अधिक संपत्ति मामले को बंद हो चुका बताने वाले मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के कानून के शिकंजे में आने की संभावना बढ़ी। दिल्ली की रॉउज़ एवेन्यू कोर्ट ने पूछा कि जिस दौरान यह बनावटी रिपोर्ट तैयार की गई, तब मुलायम सिंह जनप्रतिनिधि थे या नहीं। 24 जनवरी को अगली सुनवाई। उस दिन यह तय हो सकता है कि मामले की त्वरित सुनवाई विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट में ही होगी।”

Akhilesh yadav

चतुर्वेदी के इस ट्वीट से साफ है कि खुद और परिवार पर लगे आय से अधिक संपत्ति के केस में कोर्ट ने उन्हें पाक साफ घोषित नहीं किया है। चतुर्वेदी इस मसले पर कोर्ट गए थे और अब 24 जनवरी को कोर्ट ये तय करने वाला है कि अखिलेश या उनके परिवार के किसी सदस्य ने फर्जी रिपोर्ट तो नहीं तैयार कर ली। सवाल ये उठ रहे हैं कि जब कोर्ट में अब भी मामला लंबित है, तो अखिलेश आखिर ये दावा कैसे कर रहे हैं कि उन्हें आय से अधिक संपत्ति के मामले में राहत मिल चुकी है।