नई दिल्ली। 5 राज्यों में कांग्रेस की हार के लिए गांधी खानदान को जिम्मेदार ठहराना पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के लिए मुसीबत ले आया है। सूत्रों के मुताबिक सिब्बल पर पार्टी आनुशासनिक कार्रवाई करने जा रही है। इस कार्रवाई का मतलब है कि सिब्बल को पार्टी से 6 साल के लिए निकाला भी जा सकता है। सिब्बल पर कार्रवाई का फैसला एक-दो दिन में होने के आसार हैं। जबसे सिब्बल ने गांधी खानदान को हार के लिए जिम्मेदार ठहराया है, पार्टी के तमाम नेता उनके खिलाफ बयानबाजी भी कर रहे हैं। यहां तक कहा गया है कि सिब्बल को कांग्रेस की एबीसीडी का पता नहीं है।
Today, sh.Kapil Sibil, who didn’t even contest elections in 2019 fearing the outcome are pointing fingers at the most successful chairperson of Congress party. He should face serious disciplinary action.
2/2— Ravneet Singh Bittu (@RavneetBittu) March 16, 2022
सिब्बल के खिलाफ कार्रवाई की ताजा मांग पंजाब से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने उठाई है। बिट्टू ने ट्वीट कर कहा है कि जिन कपिल सिब्बल ने हार के डर से 2019 का लोकसभा चुनाव तक नहीं लड़ा, वो कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष यानी सोनिया गांधी पर उंगली उठा रहे हैं। उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए। बिट्टू ने ये भी लिखा है कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की शहादत के बाद कांग्रेस की हालत खराब थी और तब 1998 में सोनिया गांधी ने पार्टी की कमान अपने हाथ ली थी। सोनिया ने दिन और रात एक करके केंद्र और करीब-करीब हर राज्य में पार्टी को सत्ता दिलाने का काम किया था।
बता दें कि इससे पहले राजस्थान के सीएम और गांधी खानदान के करीबी अशोक गहलोत ने भी सिब्बल पर तीखा हमला बोला था। गहलोत ने कहा था कि बयानबाजी करने वाले सिब्बल को कांग्रेस के बारे में एबीसीडी तक पता नहीं है। दरअसल, सिब्बल ने कांग्रेस की हार के बाद कहा था कि उन्हें परिवार वाली नहीं, सबकी कांग्रेस चाहिए। इस बयान के बाद ही वो गांधी परिवार के करीबियों के निशाने पर एक बार फिर आ गए हैं।