लखनऊ। यूपी विधानसभा में मायावती की पार्टी बीएसपी के विधायक उमाशंकर सिंह ने बड़ा दावा किया है। उमाशंकर सिंह ने शुक्रवार को दावा किया कि समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव बीजेपी की ‘बी’ टीम हैं। मीडिया से बात करते हुए उमाशंकर ने कहा कि बीजेपी के साथ सपा मिलकर काम कर रही है। उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए कहा कि साल 2017 में बीजेपी ने यूपी में सरकार बनाने के बाद अखिलेश यादव सरकार के कई काम की जांच शुरू कराई, लेकिन आज तक एक भी जांच का फैसला सामने नहीं आया है। बीएसपी विधायक उमाशंकर ने ये भी कहा कि अखिलेश के चाचा और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव भी बीजेपी की प्लानिंग का हिस्सा हैं। बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ रामगोपाल की लगातार बैठक होती रहती है।
बीएसपी विधायक ने दावा किया कि बीजेपी के लोग जो कार्यक्रम बनाते हैं, उसमें भी रामगोपाल और अखिलेश की सहभागिता होती है। उमाशंकर सिंह ने कहा कि अब अल्पसंख्यकों ने भी समझ लिया है कि अखिलेश यादव उनका सिर्फ इस्तेमाल करते हैं और कहीं उनके मुद्दों के लिए खड़े नहीं हो सकते। उमाशंकर सिंह ने अपनी पार्टी बीएसपी को ही अल्पसंख्यकों का हितैषी बताया। उन्होंने कहा कि बीएसपी की सरकार के दौरान अल्पसंख्यकों को सबसे ज्यादा सम्मान मिला है। प्रदेश में उस दौरान कभी दंगा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार में दंगे ही होते थे। क्योंकि उनको अल्पसंख्यकों के मन में खौफ पैदा करना था।
इससे पहले अखिलेश यादव ने बीते दिनों यूपी विधानसभा में माफिया अतीक अहमद के मसले पर कहा था कि अतीक को बीएसपी ने भी पोषित किया, लेकिन बीजेपी कभी बीएसपी का नाम नहीं लेती, क्योंकि दोनों के बीच दोस्ती है। वहीं, रामगोपाल यादव लगातार बीजेपी पर आरोप लगाते रहते हैं कि ईडी को जांच का हक नहीं था, लेकिन अब बीजेपी के राज में उसे कोर्ट का सहारा भी मिल गया है। रामगोपाल ने कहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष का ऐसा कोई नेता नहीं बचेगा, जिसके खिलाफ जांच नहीं होगी। अब बीएसपी की तरफ से बीजेपी का बी टीम बताए जाने के बाद सपा के साथ सियासी जंग मचने के आसार दिख रहे हैं।