नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत 5 राज्यों में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। शनिवार को चुनाव आयोग ने मीडिया को संबोधित करते हुए पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि यूपी में 18वीं विधानसभा के लिए आम चुनाव सात चरण में होगा। वहीं कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग ने किसी भी प्रदेश में रैलियों या रोड शो के आयोजन करने की इजाजत नहीं दी। हालांकि चुनाव आयोग के इस फैसले से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव खासा नाराज आए। दरअसल अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग के उस आदेश पर भी आपत्ति जताई जिसमें कहा गया था कि 15 जनवरी तक कोई रैली नहीं होगी। इस मुद्दे पर सपा प्रमुख ने कहा कि हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं, लेकिन चुनाव आयोग को डिजिटल स्पेस के लिए नियम बनाने चाहिए, क्योंकि सत्ताधारी दल इसका दुरुपयोग कर सकता है।
दरअसल आयोग ने 15 जनवरी तक किसी भी नुक्कड़ सभा व साइकिल रैली या बाइक रैली जैसी चीजों पर भी रोक लगाई है। जिसको लेकर अब अखिलेश यादव परेशान दिख रहे है। इतना ही नहीं सपा प्रमुख को चुनाव में हार का डर भी सताने लगा है। इसलिए अखिलेश यादव चुनाव आयोग द्वारा डिजिटल प्रचार को लेकर चिंतित दिख रहे है।
सपा प्रमुख ने कहा, “चुनाव आयोग को विपक्षी दलों को टीवी पर अधिक समय देना चाहिए और यह फ्री में मिलना चाहिए। भाजपा के पास पहले से ही बहुत इन्फ्रास्ट्रक्चर है। इलेक्शन बॉन्ड भी उन्हें ही सबसे ज्यादा मिलते हैं। विपक्षी पार्टियों को भी कहीं न कहीं स्पेस मिलना चाहिए।”
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान होंगे। प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण, 14 फरवरी को दूसरे चरण, 20 फरवरी को तीसरे चरण, 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, तीन मार्च को छठे चरण और 07 मार्च को सातवें चरण का मतदान होगा। इसके बाद 10 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे।