लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री आजम खान का पक्ष लिया है। यूपी के रामपुर स्थित आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी से चोरी की किताबें बरामद होने के एक दिन बाद बुधवार को अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार जानबूझ कर आजम खान को निशाने पर ले रही है। अखिलेश ने कहा कि आजम खान पर लगातार केस दर्ज होने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी तल्ख टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि आजम पर जुल्म की इंतेहा हो रही है। सपा प्रमुख ने कहा कि एक बार फिर मुकदमा कर आजम खान की यूनिवर्सिटी की दीवार तोड़ दी गई।
अखिलेश यादव ने इसके साथ ही मदरसों और वक्फ के सर्वे और जांच का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि मदरसों का सर्वे और वक्फ की जमीनों की जांच कराकर यूपी सरकार मुद्दों से भटका रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ हिंदू-मुसलमान कर रही है। अखिलेश यादव ने ये भी कहा कि विधानसभा में उन्होंने छापामार मंत्री (डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक) के बारे में कुछ भी गलत नहीं कहा था। बता दें कि मंगलवार को अखिलेश ने ब्रजेश पाठक के बारे में विधानसभा में बयान दिया था। जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्हें ही पलटकर घेर लिया था।
आजम खान के साथ अखिलेश के खड़े होने की बात करें, तो जब आजम 27 महीने तक सीतापुर जेल में कैद रहे, तो एक बार भी अखिलेश यादव उनसे मिलने तक नहीं गए थे। आजम जब रिहा हुए, तो भी अखिलेश उनका स्वागत करने नहीं पहुंचे थे। इस पर अखिलेश के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने तंज भी कसा था। अखिलेश ने बाद में आजम से उस वक्त मुलाकात की थी, जब वो दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हुए थे।