नई दिल्ली। बंगाल में चक्रवात यास को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार समीक्षा बैठक की। इस बैठक में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिस्सा नहीं लिया, जोकि अब चर्चा का विषय बना हुआ है। यही नहीं, पीएम मोदी, बंगाल के राज्यपाल संग जब मीटिंग कर रहे थे तो ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को करीब 30 मिनट तक इंतजार भी करवाया। उनके इस आचरण पर अब भाजपा हमलावर हुई है। बता दें कि देश के गृह मंत्री ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा है कि, ममता बनर्जी अपने अंहकार को जनता के कल्याण से ऊपर समझती हैं। उन्होंने शुक्रवार की शाम एक ट्वीट में लिखा कि, “ममता दीदी का आचरण आज दुर्भाग्यपूर्ण है। चक्रवात यास ने कई आम नागरिकों को प्रभावित किया है और प्रभावित लोगों की सहायता करना समय की मांग है। दुख की बात है कि दीदी ने अपने अहंकार को जनकल्याण से ऊपर रखा है और आज का उनका क्षुद्र व्यवहार यही दर्शाता है।”
Mamata Didi’s conduct today is an unfortunate low. Cyclone Yaas has affected several common citizens and the need of the hour is to assist those affected. Sadly, Didi has put arrogance above public welfare and today’s petty behaviour reflects that.
— Amit Shah (@AmitShah) May 28, 2021
वहीं देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ममता दीदी के इस व्यवहार पर हैरानी जताई है। उन्होंने इस मामले में अपने एक ट्वीट में कहा कि है कि, पश्चिम बंगाल का आज का घटनाक्रम स्तब्ध करने वाला है। मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री व्यक्ति नहीं संस्था है। दोनों जन सेवा का संकल्प और संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ लेकर दायित्व ग्रहण करते हैं।
वहीं दूसरे ट्वीट में राजनाथ सिंह ने लिखा कि, “आपदा काल में बंगाल की जनता को सहायता देने के भाव से आए हुए प्रधानमंत्री के साथ इस प्रकार का व्यवहार पीड़ादायक है। जन सेवा के संकल्प व संवैधानिक कर्तव्य से ऊपर राजनैतिक मतभेदों को रखने का यह एक दुर्भाग्यपूर्ण उदहारण है, जो भारतीय संघीय व्यवस्था की मूल भावना को भी आहत करने वाला है।”
देखिए किस तरह से अमित शाह ट्वीट पर लोगों ममता बनर्जी की आलोचना की..
ममता बनर्जी कल तूफान प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा करेंगी ताकि नुकसान का आंकलन हो सके।
लेकिन PM के साथ हुई मीटिंग में इन्होंने बिना आंकलन के 20 हज़ार करोड़ का पैकेज मांग लिया।
अब या तो दीदी दूरदर्शी हैं या केंद्र से कम पैसे मिलने पर बंगाल के साथ भेदभाव का आरोप लगाने वाली हैं।
— शर्मा जी कहिन (@ssharmaspeaks) May 28, 2021
बंगाल चुनाव में विपक्षी नेता दिखावे के लिए प्रसन्न है कि ममता जी पुनः सत्ता में आ गयी परन्तु भीतर इस बात का उन्हें भयंकर दर्द है कि जनता ने कांग्रेस/वामपंथ को साफ़ करते हुए भाजपा को मुख्य विपक्षी दल बना दिया
इसी पीड़ा ने प्रशांत किशोर को सन्यास लेने के लिए बाध्य किया है??
— Riya Kumari (@itsmeriya123) May 28, 2021
ममता दीदी अहंकार से भरी हुइ हैं कोइ बात नहीं समय अहंकार खाता है इतीहास गवाह हैं
— Rajesh Rai (@RajeshR06945025) May 28, 2021
Please stop calling her Didi . A word which carries a tremendous amount of respect, joy, love, sacrifice, care, dignity, kindness and compassion shouldn’t use for a person who doesn’t deserve it.
— Haris Parsad? (@harrisk1111) May 28, 2021
This behaviour of CM is not good for Nation. Bengal is part of india. she should Respect PMO & PM .
She must follow protocol .
What she want to communicate ?,
Mandate should not be misuse like this .
Elections are over .she should work in the interest of w. Bengal— SUNIL KUMAR PANDEY (@SUNILKU90965701) May 28, 2021
She wants money only, nothing is important for her.
— Shiv….?? (@response2sp_) May 28, 2021
Biggest mistake done . STOP CALLING HER DIDI . That is what has softened the cruelty she does on people. Expose her call her by her name .. understand that by calling didi whatever you say has a mellow impact
— IndiaFirst (@IndiaFi60950099) May 28, 2021
Don’t call her didi,she has lost that respect from the day when BJP karyakartas were getting killed
Call her by her name that much respect is enough for her
The future of WB is in danger as to satisfy her ego she can go any extent like not providing any help to the BJP won areas— manoj INDIAN (@manoj419_) May 28, 2021
Take actions sir, we all will praise you.
— Sgt Dharmendra Sinha Rtd. (@DharmenSinha) May 28, 2021
पीएम मोदी से की अलग से मुलाकात
समीक्षा बैठक को लेकर सूत्रों का कहना है कि, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव एक ही परिसर में होने के बावजूद चक्रवात समीक्षा बैठक के लिए 30 मिनट की देरी से पहुंचे। CM ममता बनर्जी ने समीक्षा बैठक में प्रवेश करने पर चक्रवात से हुए नुकसान से संबंधित कागजात सौंपते हुए कहा कि उन्हें अन्य बैठकों में भी जाना है। सूत्रों का कहना है कि, यह कहकर उन्होंने समीक्षा बैठक को छोड़ दिया। फिलहाल लेट से आने के बाद तूफान से राज्य में हुए भारी नुकसान पर ममता बनर्जी और पीएम मोदी के बीच अलग से करीब 15 मिनट तक बैठक हुई।
इस वजह से मीटिंग में नहीं हुई शामिल
बता दें कि इस मीटिंग से पहले ही ममता बनर्जी ने साफ कर दिया था कि, अगर शुभेंदु अधिकारी पीएम के साथ होने वाली आधिकारिक मीटिंग का हिस्सा होंगे तो वह खुद इस बैठक में नहीं जाएंगी। हालांकि ममता बनर्जी ने अपनी तरफ से कहा कि, चूंकि उनका व्यस्त कार्यक्रम है, ऐसे में वह पूर्व मेदिनीपुर जाएंगी, लेकिन समीक्षा बैठक में नहीं रह पाएंगी। वरन उनके साथ राज्य सरकार की रिपोर्ट है। वो रिपोर्ट पीएम मोदी को सौंप देंगी।
After having review meetings in Hingalganj & Sagar, I met the Hon’ble PM in Kalaikunda & apprised him regarding the post-cyclone situation in WB. The disaster report has been handed over for his perusal. I’ve proceeded now to review the relief & restoration work at Digha.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) May 28, 2021
ममता की सफाई
वहीं इस पूरे वाकये पर ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा है कि, ‘हिंगलगंज और सागर में समीक्षा बैठक करने के बाद, मैं कलाईकुंडा में माननीय प्रधानमंत्री से मिली और उन्हें पश्चिम बंगाल में चक्रवात के बाद की स्थिति से अवगत कराया। मैंने उन्हें इससे हुए नुकसान की रिपोर्ट सौंपी। मैं अब दीघा में राहत और बहाली कार्य की समीक्षा करने के लिए निकली हूं।’