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Manipur Violence: मणिपुर में सेना की छावनी से हथियार लूटने की आतंकियों की कोशिश नाकाम, 1 की मौत और कई घायल

पूर्वी और पश्चिमी इंफाल के अलावा चूड़ाचांदपुर इलाके में सबसे ज्यादा हिंसा की घटनाएं हुई हैं। ये हिंसा कुकी आदिवासियों और मैतेई समुदाय के बीच हो रही है। मणिपुर हाईकोर्ट की तरफ से मैतेई समुदाय को आरक्षण दिए जाने के बारे में सरकार से जवाब मांगे जाने के बाद राज्य में हिंसा की घटनाएं शुरू हुई थीं।

इंफाल। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच आतंकियों ने मंगलवार को सुरक्षाबलों की छावनी से हथियार लूटने की कोशिश की। सेना के जवानों ने आतंकियों पर पलटवार किया। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई और कई अन्य घायल हुए। सेना की स्पीयर कोर की तरफ से ये जानकारी दी गई है। स्पीयर कोर की बयान के मुताबिक मणिपुर के थौबल जिले के खांगाबोक में इंडिया रिजर्व बटालियन की छावनी पर आतंकियों ने हमला किया। आतंकियों का इरादा छावनी से हथियार लूटना था। सेना के मुताबिक आतंकियों को रोकने के लिए जवानों ने भी मोर्चा संभाला। दोनों तरफ से जमकर फायरिंग भी हुई।

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सेना की स्पीयर कोर के मुताबिक आतंकियों ने जब इंडिया रिजर्व बटालियन की छावनी पर हमला किया, उस दौरान भीड़ ने सड़कों को जाम कर दिया। आतंकियों की मदद कर रही भीड़ का इरादा था कि छावनी से हथियार लूटे जाने के दौरान मदद के लिए और जवान न आ सकें। भीड़ के इस इरादे को भी सेना के जवानों ने नाकाम कर दिया। जानकारी मिलते ही बड़ी तादाद में असम रायफल्स और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवान मौके पर पहुंच गए। इन जवानों ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया। सेना के मुताबिक जवानों की कार्रवाई से आतंकवादी छावनी से हथियार नहीं लूट सके।

Manipur Violence

मणिपुर में 2 महीने से भी ज्यादा वक्त से हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। पूर्वी और पश्चिमी इंफाल के अलावा चूड़ाचांदपुर इलाके में सबसे ज्यादा हिंसा की घटनाएं हुई हैं। ये हिंसा कुकी आदिवासियों और मैतेई समुदाय के बीच हो रही है। मणिपुर हाईकोर्ट की तरफ से मैतेई समुदाय को आरक्षण दिए जाने के बारे में सरकार से जवाब मांगे जाने के बाद राज्य में हिंसा की घटनाएं शुरू हुई थीं। इसके बाद केंद्रीय बलों और सेना की टुकड़ियों को तैनात किया गया। फिर भी हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जहां भी जवान कार्रवाई के लिए जाते हैं, उनका रास्ता मणिपुर की महिलाएं रोक लेती हैं। इस वजह से उपद्रवियों और कुकी आतंकियों को भागने का मौका मिल जाता है।