नई दिल्ली। यूपी से समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान पिछले 27 महीनों से सीतापुर जेल में बंद थे। लेकिन अब वो दो हफ्ते पहले जेल से रिहा हो गए हैं। आजम खान जब सीतापुर जेल में बंद थे, तब कई बार उनके समर्थकों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से आजम खान की नाराजगी को लेकर कई बयान दिए। जिसमें आजम खान समर्थकों का कहना था कि उन्होंने समाजवादी पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है। समाजवादी पार्टी को मुस्लिमों का समर्थन दिलवाने में आजम खान का बहुत बड़ा योगदान है। अब आजम खान ढाई सालों से जेल में बंद हैं, तो ऐसे में सपा प्रमुख एक बार भी उनसे मिलने के लिए वहां गए और उनकी रिहाई के लिए भी कोई प्रयास अखिलेश यादव के द्वारा नहीं किया जा रहा है। आजम खान के समर्थकों की ये सब बातें मीडिया में काफी सुर्खियों में रही थी, लेकिन अब आजम खान जेल से रिहा हो चुके हैं। बीते दो दिन पहले वो अपनी खराब तबीयत के कारण दिल्ली के गंगापुर अस्पताल में एडमिट हैं। इस दौरान उन्होंने NDTV के एक पत्रकार को अपनी सीतापुर जेल की यादें और अखिलेश यादव के प्रति अपने विचार रखे। इस दौरान उन्होंने कई ऐसी बातें कहीं जो कहीं ना कहीं अखिलेश यादव से उनकी नाराजगी को दिखा रहा था। हांलाकि उन्होंने अखिलेश से हो रही उनकी नाराजगी न होने की बात इस इंटरव्यू में कबूली है।
मैं अभी जिंदा हूं- आजम खान
एनटीवी से बात करते हुए सपा के प्रमुख नेता व रामपुर से 10वीं बार विधायक बनने वाले नेता आजम खान ने कहा- “27 महीनों से मैं सीतापुर जेल के 8 by 11 की जगह पे रहता था। वो जगह कब्र से थोड़ी बड़ी होगी। बगल मैं टॉयलेट था। जेल में रहने के दौरान मुझे ये अहसास हुआ कि हमसे आखिर इतनी नफरत की वजह क्या है। मैं, मेरी बीवी और बेटे पर एक मुकदमा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि हमने एक शराब की दुकान लूटी है, मेरे वजीर रहते हुए। खुद पर शर्म आती है और उन लोगों पर भी आती है, जिन्होंने अपने सोच और सियासत के स्तर को इस हद तक पहुंचा दिया।” इसके अलावा अखिलेश यादव से नाराजगी के सवाल पर आजम खान ने कही कि “अखिलेश यादव से नाराज होने की मेरी हैसियत नहीं हैं और न ही मैं उनसे नाराज हूं।” इस पूरे इंटरव्यू में सबसे आजम खान ने जो सबसे गहरी बात कहीं है, वो है कि “मैं जिंदा हूं, तो जिंदा हूं।”