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Siddaramaiah On Hindutva: कांग्रेस नेता सिद्धारमैया का एक और विवादित बयान, बोले- हिंदुत्व और मनुवाद फैलाते हैं हिंसा
सिद्धारमैया ने हिंदुत्व को संविधान के खिलाफ भी बताया। कर्नाटक के पूर्व सीएम ने कहा कि वो हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं, लेकिन हिंदुत्व और मनुवाद का विरोध करते हैं।
कालाबुर्गी। नेताओं की जुबान से विवादित बोल निकलने का सिलसिला थम नहीं रहा है। अब ताजा विवादित बोल कर्नाटक के पूर्व सीएम और कांग्रेस के नेता सिद्धारमैया की जुबान से निकले हैं। उन्होंने कालाबुर्गी में एक कार्यक्रम में हिंदू और हिंदुत्व को अलग-अलग बताया। साथ ही ये भी कह दिया कि हिंदुत्व ही देश में हिंसा फैलाने और भेदभाव बढ़ाने का समर्थन करता है। सिद्धारमैया ने हिंदुत्व को संविधान के खिलाफ भी बताया। कर्नाटक के पूर्व सीएम ने कहा कि वो हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं, लेकिन हिंदुत्व और मनुवाद का विरोध करते हैं। सिद्धारमैया ने कहा कि कोई भी धर्म हिंसा या हत्या का समर्थन नहीं करता, लेकिन हिंदुत्व और मनुवाद हिंसा और भेदभाव का समर्थन करते हैं। सुनिए सिद्धारमैया का बयान।
Another sharp attack on #Hindutva by #Siddaramaiah, the Fmr CM says Manuvada and Hindutva a practice that promotes murder & violence, says he is not against #Hindu religion but against Hindutva, adds that he’s wrongly branded Anti Hindu.#Karnataka pic.twitter.com/H3PnH0c3v4
— Deepak Bopanna (@dpkBopanna) February 6, 2023
सिद्धारमैया ने एक बार फिर कहा कि वो आखिरी बार कर्नाटक विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव में कांग्रेस जीती, तो सारे वादे पूरे होंगे। सिद्धारमैया ने कहा कि अगर वादे पूरे न किए गए, तो वो सियासत छोड़ देंगे। सिद्धारमैया इस तरह का बयान देकर खुद के लिए वोटरों को खींचने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने पहले एलान किया था कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार बनने पर हर परिवार को 10 किलोग्राम चावल और 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी।
सिद्धारमैया इससे पहले भी हिंदुत्व को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। पिछले साल मई में उन्होंने कहा था कि हिंदू भी बीफ खाते हैं। तब सिद्धारमैया ने कहा था कि वो अगर बीफ खाएंगे, तो कौन उनको रोकेगा। इसके अलावा भी सिद्धारमैया ने पिछले साल ही सवाल उठाया था कि क्या आरएसएस के लोग भारतीय हैं? उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की तुलना जर्मनी के तानाशाह हिटलर से भी की थी। सिद्धारमैया के इन बयानों की जमकर निंदा हुई थी। बीजेपी के साथ ही सोशल मीडिया पर भी यूजर्स ने इन बयानों पर नाराजगी जताई थी।