नई दिल्ली। केरल के पलक्कड़ इलाके में मलमपुझा की पहाड़ियों पर दो दिन से फंसे 23 वर्षीय युवक को सेना ने आखिरकार रेस्कयू कर लिया। इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। टीम ने सोमवार को बचाव अभियान शुरू किया था। मलमपुझा की गहरी पहाड़ियों में युवक इस कदर फंसा हुआ था, कि सेना को भी उस तक पहुंचने में दो दिन का समय लग गया। सेना के अधिकारियों ने बताया कि, ट्रेकर तक पहुंचने के लिए सेना के जवान चार घंटे रेंगते रहे, जिसके बाद ट्रेकर तक खाना-पीना पहुंचाया गया। ट्रेकर को रेस्कयू करने के बाद उन्हें एयरलिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाया गाया है। सेना के अधिकारियों ने बताया, इस बचाव अभियान में नौसेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के कर्मी भी शामिल थे।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने ट्वीट कर बताया कि सेना ने युवक को पहाड़ियों से बाहर निकाल लिया है।
Worries have been put to rest as the young man trapped in the Cherad hill in Malampuzha has been rescued. The treatment & care needed to regain his health will be provided now. Thanks to the soldiers who led the rescue operation and everyone who provided timely support. pic.twitter.com/YAwHQOxZAP
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) February 9, 2022
Drone footage of rescue operation ?
R. Babu, trapped in a steep gorge, 30 meters from the cliff top in Malampuzha mountains in Palakkad, Kerala has now been rescued.Two Army teams & helicopters:
1st: 12 from Madras Regiment Centre.
2nd: 22 from Parachute Regiment Centre. pic.twitter.com/RY3A89PTrL— Ashish Singh (@AshishSinghNews) February 9, 2022
फंसा हुआ युवक आर बाबू मलमपुझा के चेराडु इलाके का रहने वाला है। आर बाबू कुरुंबाची पहाड़ियों से उतरते समय पहाड़ों की दरार में गिर गया। ये घटना उस वक्त हुई जब आर बाबू समेत उनके तीन दोस्त पहाड़ पर यात्रा कर रहे थे। सोमवार से फंसे इस युवक को बचाने की कोशिशें की जा रही थीं, मगर संकरी पहाड़ियों की वजह से बचाव दल को युवक तक पहुंचने में इतना समय लग गया। सेना की ओर से चेतक हेलिकॉप्टर का भी इस्तेमाल किया गया, मगर खराब मौसम के चलते अभियान सफल नहीं हो पाया था। इस पूरे हादसे का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में आर बाबू टीशर्ट और शॉर्ट पहने खतरनाक स्थिति में बैठा दिखाई दे रहा है। आर बाबू किसी तरह से एक छोटी दरार में अपना संतुलन बनाए हुए था। दो दिन के बाद आखिरकार सेना के जवान युवक तक पहुंचे और उसे रेस्कयू किया।