नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल ने 2 दिन बाद दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने का एलान कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने रविवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वो दिल्ली का सीएम पद छोड़ देंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वो उस वक्त तक दिल्ली के सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे, जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती कि केजरीवाल ईमानदार हैं। पहली बार ऐसा है, जब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली का सीएम पद छोड़ने का एलान किया है। अरविंद केजरीवाल इससे पहले बयान देते आए थे कि जेल में रहकर ही वो सरकार चलाएंगे। अब सबकी नजर इस पर है कि अरविंद केजरीवाल किसे बतौर सीएम दिल्ली की सत्ता सौंपते हैं।
#WATCH | Delhi: CM Arvind Kejriwal says, “… I am going to resign from the CM position after two days. I will not sit on the CM chair until the people give their verdict… I will go to every house and street and not sit on the CM chair till I get a verdict from the people…” pic.twitter.com/6f7eI7NVcN
— ANI (@ANI) September 15, 2024
#WATCH | Delhi: CM Arvind Kejriwal says, “They sent me to jail because their goal was to break the AAP and the courage of Arvind Kejriwal… They thought they would break our party and form a government in Delhi after jailing me… But our party did not break… I did not resign… pic.twitter.com/o0SJqoiujL
— ANI (@ANI) September 15, 2024
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग बोल रहे हैं, कि सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देने में कुछ कंडीशन लगाई हैं। पिछले 10 साल में इन्होंने कंडीशन लगाने में कोई कसर छोड़ी थी। केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने कानून बनाकर मेरे काम बंद करने की कोशिश की। इन कंडीशन को भी देख ली। अगर आपको लगता है केजरीवाल ईमानदार है, तो मेरे पक्ष में जमकर वोट देना। अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि फरवरी में दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने हैं। उन्होंने मांग की कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव नवंबर में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ कराए जाएं।
अरविंद केजरीवाल को ईडी ने मार्च 2024 में गिरफ्तार किया था। बीते दिनों अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने शराब घोटाला मामले में सीबीआई के हाथ गिरफ्तारी पर जमानत दी थी। जिसके बाद वो तिहाड़ जेल से बाहर आ सके थे। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी थी। इसके बाद ईडी के हाथ गिरफ्तारी मामले में अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी। जिससे पहले ही सीबीआई ने उनको शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया था। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि शराब घोटाला के लिए नीति बनाने के काम में अरविंद केजरीवाल शुरू से लगे रहे। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि दिल्ली की नई आबकारी नीति बनाकर अरविंद केजरीवाल ने रिश्वत ली। वहीं, ईडी ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल ने शराब बेचने की नीति बनाकर साउथ कार्टेल से 100 करोड़ रुपए लिए और इसमें से 45 करोड़ की रकम गोवा विधानसभा चुनाव में खर्च की। वहीं, अरविंद केजरीवाल का दावा है कि दिल्ली में कोई शराब घोटाला नहीं हुआ। वो ये सवाल भी उठाते रहे हैं कि अगर कोई घोटाला हुआ, तो इसका एक भी पैसा ईडी और सीबीआई बरामद क्यों नहीं कर सके?