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Babri Invoked: असदुद्दीन ओवैसी ने फिर लिया बाबरी का नाम, सम्मेलन के पोस्टर में अयोध्या को बताया…

Asaduddin Owaisi : बता दें कि ओवैसी फिर से बाबरी का राग अलाप रहे हैं। एक बयान में ओवैसी ने कहा कि, “हम ये ही बोलते रहेंगे कि वहां मस्जिद थी, जिसे 6 दिसंबर 1992 को बीजेपी और संघ परिवार ने शहीद किया।”

लखनऊ। ऑल इंडिया मुस्लिम इत्तेहाद-उल-मुसलमीन यानी AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर यूपी में सम्मेलन कर रहे हैं। अपनी तैयारियों में ओवैसी मुस्लिम और दलित के गठजोड़ पर भी खूब जोर लगा रहे हैं। फिलहाल यूपी में ओवैसी की पार्टी AIMIM के सम्मेलनों का दौर जारी है। इस सिलसिले में ओवैसी 7, 8 व 9 सितंबर को यूपी का दौरा करेंगे। इस दौरे में ओवैसी रुदौली (अयोध्या) और सुल्तानपुर में निर्धारित कार्यक्रम में भाग लेंगे। ओवैसी के कार्यक्रमों की जानकारी पार्टी प्रवक्ता आसिम वकार ने दी। वहीं ओवैसी के इस कार्यक्रम को लेकर एक पोस्टर भी सामने आया है जिसमें अयोध्या को फैजाबाद लिखा गया है। इसके पीछे की मंशा बताई जा रही है कि ओवैसी और उनकी पार्टी बाबरी मस्जिद का दर्द अभी तक भूल नहीं पाई है। गौरतलब है कि, 2019 में तमाम सबूतों के जरिए सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया कि जिस जगह को लेकर विवाद चल रहा था वो जगह रामलला की है।

AIMIM Owaisi

हालांकि इस फैसले के बाद भी ओवैसी यूपी चुनाव में इसको लेकर आक्रामक नजर आ रहे हैं। बता दें कि ओवैसी फिर से बाबरी का राग अलाप रहे हैं। एक बयान में ओवैसी ने कहा कि, “हम ये ही बोलते रहेंगे कि वहां मस्जिद थी, जिसे 6 दिसंबर 1992 को बीजेपी और संघ परिवार ने शहीद किया।” ओवैसी यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपने बयान को इस तरह पूरा किया, “अगर मस्जिद शहीद नहीं होती, तो सुप्रीम कोर्ट का फैसला कुछ और आता।” कुल मिलाकर ओवैसी बाबरी का कार्ड खेलकर यूपी में एक खास समुदाय के वोटों को अपने पाले में करने की जुगाड़ तलाश रहे हैं।

owaisi Babari

वहीं उनको लेकर जो पोस्टर सामने आए हैं, उनमें अयोध्या को फैजाबाद लिखा गया है। जो साफ तौर पर दर्शाता है कि ओवैसी और उनकी पार्टी अयोध्या को अयोध्या नहीं बल्कि फैजाबाद ही कहना पसंद करते हैं।