नई दिल्ली। यूपी के संभल में आज पुरातत्व विभाग (एएसआई) की टीम ने प्राचीन शिव मंदिर समेत 5 तीर्थ और 19 कूपों का निरीक्षण किया। सुबह 6 बजे के करीब एएसआई की चार सदस्यीय टीम ने कार्बन डेटिंग का काम शुरू किया जो जो 8 से 10 घंटे तक चला। एएसआई ने भद्रकाश्रम, स्वर्गदीप, चक्रपाणि, प्राचीन तीर्थ श्मशान मंदिर समेत अन्य स्थलों के ऐतिहासिक महत्व का अध्ययन किया। सुरक्षा कारणों के चलते निरीक्षण संबंधी जानकारी गुप्त रखी गई। संभल के डीएम डा. राजेंद्र पेंसिया बताया कि निरीक्षण का काम पूरा हो चुका है।
#WATCH | Uttar Pradesh: Inspection underway in Sambhal by 4-member ASI team
Sambhal DM Dr Rajender Pensiya said, ” It was a 4-member team. In Sambhal, 5 ‘teerth’ and 19 wells were monitored by ASI…the new temple that was found was also monitored. Survey took place 8-10… pic.twitter.com/ZZTkfx2DLV
— ANI (@ANI) December 20, 2024
एएसआई की टीम ने प्रशासन से अनुरोध किया था कि निरीक्षण के दौरान मीडिया कवरेज को दूर रखा जाए जिस कारण से इस संबंध में ज्यादा जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं कराई गई है। आपको बता दें कि पिछले दिनों जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के कोर्ट के आदेश के बाद संभल में हिंसा भड़क गई थी। संभवत: इसी बात को ध्यान में रखकर एएसआई की टीम ने चुपचाप अपना काम पूरा कर लिया। आपको बता दें कि पिछले हफ्ते संभल डीएम डा. राजेंद्र पेंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के नेतृत्व में बिजली विभाग और पुलिसकर्मियों ने बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाया था। इस दौरान एक मंदिर पुलिस की नजर में आया जो 46 सालों से बंद था।
#WATCH | UP: Sambhal DM Dr Rajender Pensiya says, ” It was a 4-member team. In Sambhal, 5 ‘teerth’ and 19 wells were inspected by ASI…the new temple that was found was also inspected. Survey took place 8-10 hours…the ancient temple that was opened was also surveyed…ASI will… pic.twitter.com/4GpFWjjY9Z
— ANI (@ANI) December 20, 2024
पुलिस ने इस मंदिर को खुलवाया तो वहां प्राचीन शिवलिंग और बजरंगबली की मूर्ति स्थापित थी। इसके बाद वहीं एक प्राचीन कुआं जिसको स्थानीय मुस्लिम लोगों ने पाट दिया था, उसे भी पुलिस ने कब्जा मुक्त कराया। मंदिर के पट खोले जाने के बाद से वहां रोज पूजा अर्चना हो रही है। यह मंदिर सपा सांसद बर्क के मोहल्ले में ही है। पहले वहां हिंदू आबादी रहती थी मगर बाद में वहां पूरी तरह से मुस्लिम बस गए और उन्होंने मंदिर पर कब्जा करके गर्भगृह में ताला लगा दिया था। उसी प्राचीन मंदिर की एएसआई से निरीक्षण की बात की गई थी।