
नई दिल्ली। भारत सरकार की ओर से एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को विभिन्न देशों में भेजने की योजना बनाई है। यह प्रतिनिधिमंडल ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान के द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम और आतंकवाद को समर्थन के मामले में उसकी पोल खोलेगा। मोदी सरकार ने विभिन्न दलों से प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने के लिए उनके सदस्यों के नाम मांगे थे। कांग्रेस ने जो चार नाम दिए उनमें से एक नाम असम के जोरहाट से सांसद गौरव गोगोई का भी है। गौरव गोगोई के नाम को देखकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भड़क गए और उन्होंने राहुल गांधी से एक अपील भी कर दी।
One of the MPs named in the list ( from Assam ) has not denied his prolonged stay in Pakistan—reportedly for two weeks—and credible documents show that his wife was drawing salary from a Pakistan-based NGO while working in India.
In the interest of national security and beyond… https://t.co/Y1thJAgMy8
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) May 17, 2025
असम के सीएम ने कहा कि काग्रेस की सूची में नामित सांसदों में से एक (जो कि असम से हैं) ने पाकिस्तान में लंबे समय तक रहने से इनकार नहीं किया है। कथित तौर पर दो सप्ताह के लिए पाकिस्तान गए थे। इतना ही नहीं विश्वसनीय दस्तावेजों से पता चलता है कि उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न भारत में काम करते हुए पाकिस्तान स्थित एक एनजीओ से वेतन ले रही थी। सरमा ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा दलगत राजनीति से ऊपर है। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मेरा अनुरोध हैं ऐसे संवदेनशील मुद्दे पर ऐसे व्यक्ति को शामिल ना करें जिसके पाकिस्तान के साथ संबंध हैं।
बता दें कि इससे पहले भी असम सीएम गौरव गोगोई पर पाकिस्तान के साथ संबंध होने के आरोप लगा चुके हैं। इसी साल फरवरी में हिमंत बिस्वा ने पाकिस्तानी राजदूत के साथ बैठक करते हुए गौरव गोगोई की एक फोटो शेयर की थी। उन्होंने गोगोई की पत्नी जोकि ब्रिटिश नागरिक हैं पर आरोप लगाया था कि उन्होंने एक अमेरिकी सीनेटर के लिए काम किया था, जो पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए जाना जाता था और बाद में पाकिस्तान में काफी समय बिताया था।