newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Himanta Biswa Sarma Enraged At Gaurav Gogoi Appealed To Rahul Gandhi : कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई को लेकर असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी से की अपील, जानिए क्या है मामला

Himanta Biswa Sarma Enraged At Gaurav Gogoi Appealed To Rahul Gandhi : मोदी सरकार के द्वारा विभिन्न देशों में भेजे वाले वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस ने असम सांसद गौरव गोगोई का भी नाम दिया है। हिमंत बिस्वा सरमा का आरोप है कि गौरव गोगोई के पाकिस्तान से संबंध हैं। उन्होंने दावा किया है कि गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न भारत में काम करते हुए पाकिस्तान स्थित एक एनजीओ से वेतन ले रही थी।

नई दिल्ली। भारत सरकार की ओर से एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को विभिन्न देशों में भेजने की योजना बनाई है। यह प्रतिनिधिमंडल ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान के द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम और आतंकवाद को समर्थन के मामले में उसकी पोल खोलेगा। मोदी सरकार ने विभिन्न दलों से प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने के लिए उनके सदस्यों के नाम मांगे थे। कांग्रेस ने जो चार नाम दिए उनमें से एक नाम असम के जोरहाट से सांसद गौरव गोगोई का भी है। गौरव गोगोई के नाम को देखकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भड़क गए और उन्होंने राहुल गांधी से एक अपील भी कर दी।

असम के सीएम ने कहा कि काग्रेस की सूची में नामित सांसदों में से एक (जो कि असम से हैं) ने पाकिस्तान में लंबे समय तक रहने से इनकार नहीं किया है। कथित तौर पर दो सप्ताह के लिए पाकिस्तान गए थे। इतना ही नहीं विश्वसनीय दस्तावेजों से पता चलता है कि उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न भारत में काम करते हुए पाकिस्तान स्थित एक एनजीओ से वेतन ले रही थी। सरमा ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा दलगत राजनीति से ऊपर है। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मेरा अनुरोध हैं ऐसे संवदेनशील मुद्दे पर ऐसे व्यक्ति को शामिल ना करें जिसके पाकिस्तान के साथ संबंध हैं।

बता दें कि इससे पहले भी असम सीएम गौरव गोगोई पर पाकिस्तान के साथ संबंध होने के आरोप लगा चुके हैं। इसी साल फरवरी में हिमंत बिस्वा ने पाकिस्तानी राजदूत के साथ बैठक करते हुए गौरव गोगोई की एक फोटो शेयर की थी। उन्होंने गोगोई की  पत्नी जोकि ब्रिटिश नागरिक हैं पर आरोप लगाया था कि  उन्होंने एक अमेरिकी सीनेटर के लिए काम किया था, जो पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए जाना जाता था और बाद में पाकिस्तान में काफी समय बिताया था।