
नई दिल्ली। बीजेपी के शासनकाल में नाम बदलने का सिलसिला शुरू हो चुका है। कुछ लोग इस सिलसिले का विरोध कर रहे हैं, तो कुछ समर्थन। बीजेपी का कहना है कि नाम परिवर्तन के जरिए हम अपनी खोई हुई संस्कृति को बहाल करने की कोशिश में जुटे हैं। वहीं आलोचकों का कहना है कि सरकार विकास पर ध्यान देने के बजाय सिर्फ और सिर्फ नाम बदलने का ही काम कर रही है। नाम बदलने में किसी का भी हित निहित नहीं है। खैर, पूरे मसले को लेकर विवादों का सिलसिला जारी है। बहरहाल, अब यह विवाद आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको नाम परिवर्तन से जुड़ी एक बड़ी खबर के बारे में विस्तार से बताते हैं।
दरअसल, खबर है कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव रखने की राज्य सरकार की मांग को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। आज के बाद से औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर होगा और उस्मानाबाद जिले का नाम धाराशिव होगा। बता दें कि इससे पहले भी नाम परिवर्तन को लेकर इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे।
➡️ औरंगाबादचे ‘छत्रपती संभाजीनगर’,
➡️ उस्मानाबादचे ‘धाराशिव’ !
राज्य सरकारच्या निर्णयाला केंद्र सरकारची मंजुरी !
मा. पंतप्रधान नरेंद्र मोदीजी आणि केंद्रीय मंत्री मा. अमितभाई शाह यांचे कोटी-कोटी आभार!
मुख्यमंत्री @mieknathshinde जी यांच्या नेतृत्त्वातील सरकारने ‘करुन दाखविले’…! pic.twitter.com/IfXbdFec7r— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) February 24, 2023
वहीं आज इन कयासों ने वास्तविकता का रूप धारण कर लिया। ध्यान रहे कि इससे पहले दिल्ली स्थित मुगल गार्डन का नाम उद्यान गार्डन कर दिया गया था। बहरहाल, अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि आगामी दिनों में किस स्थान का नाम बदला जाता है। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम