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पीयूष गोयल की यात्रियों से अपील, कहा इस आयु वर्ग के लोग जरूरत पड़ने पर ही श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से करें सफर

पीयूष गोयल ने ट्वीट कर लिखा, ‘मेरी सभी नागरिकों से अपील है कि गंभीर रोग से ग्रस्त, गर्भवती महिलाएं, व 65 से अधिक व 10 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में बहुत आवश्यक होने पर ही यात्रा करें।’

नई दिल्ली। लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को घर वापस लाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इस बीच देश भर में ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों में कुछ यात्रियों की मौत की खबर के बाद रेल मंत्रलाय ने ट्रेनों से चलने वाले यात्रियों को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है। अपने एडवाइजरी में रेल मंत्रालय ने गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को रेल से यात्रा नहीं करने की अपील की है।

Piyush Goyal

रेल मंत्री  पीयूष गोयल ने ट्वीट कर लिखा, ‘मेरी सभी नागरिकों से अपील है कि गंभीर रोग से ग्रस्त, गर्भवती महिलाएं, व 65 से अधिक व 10 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में बहुत आवश्यक होने पर ही यात्रा करें।’

उनकी यह टिप्पणी बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर अपनी मृत मां को जगाने की कोशिश कर रहे एक बच्चे के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के मद्देनजर आई है।

रेल मंत्रालय की यात्रियों से अपील

रेल मंत्रालय ने भी एक बयान जारी कर लोगों से अपील की है कि केवल आवश्यक होने पर ही यात्रा करें। बयान में कहा गया, “भारतीय रेल देशभर में कई श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रहा है, ताकि प्रवासियों की अपने घरों को वापसी सुनिश्चित की जा सके। यह देखा जा रहा है कि कुछ ऐसे लोग भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में यात्रा कर रहे हैं जो पहले से ही ऐसी बीमारियों से पीड़ित हैं, जिनसे कोविड-19 महामारी के दौरान उनके स्वास्थ्य को खतरा बढ़ जाता है।”

इसने कहा, “यात्रा के दौरान पूर्व ग्रसित बीमारियों से लोगों की मृत्यु होने के कुछ दुर्भाग्यपूर्ण मामले भी मिले हैं।” रेलवे ने कहा कि ऐसे कुछ लोगों की सुरक्षा हेतु रेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय के आदेश दिनांक 17 मई 2020 के तहत अपील करता है कि पूर्व ग्रसित बीमारी (जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, ह्रदय रोग, कैंसर, कम प्रतिरक्षा वाले) व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं 65 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए जब तक आवश्यक ना हो रेल यात्रा करने से बचें।

इसने आगे कहा कि नागरिकों को निर्बाध रूप से रेल सेवा मिलती रहे, इसलिए भारतीय रेल का परिवार चौबीसों घंटे,सातों दिन कार्य कर रहा है। रेलवे ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है इसलिए कोई कठिनाई पड़ने पर हेल्पलाइन नंबर 139 और 138 पर संपर्क करने पर हिचकिचाएं नहीं।
रेलवे ने फंसे हुए प्रवासी कामगारों, छात्रों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को उनके गंतव्य स्थान भजेने के लिए 1 मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाना शुरू किया था।