नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजस्थान में सियासी गलियां गुलजार हैं। कल तक वीरान रहने वाली गलियां अब सियासी नुमाइंदों की आमद से खिलखिला रहे हैं। कोई अपनी खूबियां बताकर जनता को रिझाने की कोशिश में जुट चुका है, तो कोई अपने प्रतिद्वंदियों की खामियां बताकर। अब जनता खूबियों के पाले में जाती है या खामियों के। ये तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन आपतो बता दें कि राजस्थान में गहलोत सरकार सवालों के कठघरे में नजर आ रही है।
दरअसल, गहलोत सरकार ने अपने विधायकों के बीच परफॉर्मा सूची वितरित की है, जिसे लेकर वो सवालों के घेरे में आ चुकी है। आइए, आगे हम आपको इस सूची में दर्ज सभी सवालों के बारे में बताते हैं, जिसे लेकर राजस्थान सरकार पर विपक्ष हमलावर हो सकती है। आइए, आगे आपको हम सवालों की पूरी सूची दिखाते हैं।
देखिए सवालों की सूची
पहला सवाल- आपके क्षेत्र के जातिगत और धार्मिक समीकरण क्या है ?
दूसरा सवाल -अभी अपने क्षेत्र में अपनी स्थिति कैसी मानते हैं अगर 10 में से नंबर देने हो तो कितने देंगे सवाल
तीसरा सवाल -आपके क्षेत्र में सबसे अधिक प्रभाव किन पांच योजनाओं का है
सवाल नंबर 4- क्या नए जिलों के संबंध में आपका कोई सुझाव या राय है
सवाल नंबर 5 -इआरसीपी को मुद्दा बनाने के लिए आपने क्या किया 13 जिलों के विधायकों से यह सवाल पूछा गया है
सवाल नंबर 6- आपकी सीट पर क्या कोई तीसरा फोर्स भी है उसकी स्थिति का क्या आकलन है **
सवाल नंबर 7 -अपने खिलाफ एंटी इनकंबेंसी रोकने के लिए क्या प्लान रखते हैं
सवाल नंबर 8-आपके सोशल मीडिया अकाउंट की क्या स्थिति है
सवाल नंबर 9- क्या आप अपना सोशल मीडिया सिम चलाते हैं या कोई और चलाता है तो उसका नाम और फोन नंबर उपलब्ध करवाएं
सवाल नंबर 10- महंगाई राहत कैंप को सफल बनाने के लिए आप की क्या तैयारी है
सवाल नंबर 11- सरकार के प्रति जनता में कितनी anti-incumbency की क्या स्थिति है इसे कम करने के लिए कोई सुझाव
सवाल नंबर 12- चुनाव को लेकर जनता का मानस आपके मुताबिक क्या लगता है
सवाल नंबर 13 कोई विशेष राय जवाब देना चाहते हैं
आपको बता दें कि गहलोत सरकार ने इन सवालों की सूची अपने सभी विधायकों को वितरित की है और उन्हें यह जिम्मेदारी दी है कि वो जनता के बीच में इसके जवाब मांगकर लाए। ध्यान रहे कि सवालों की यह सूची विधायकों के बीच ऐसे समय में वितरित की गई है, जब आगामी कुछ माह बाद प्रदेश में चुनावी बिगुल बजने जा रहा है।
वहीं, अभी तक इस पर विपक्षी दलों की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसे में विपक्षी दलों दी ओर से इस पर क्या कुछ प्रतिक्रिया आती है। यह देखने वाली बात होगी।