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Foot In Mouth: चीन-पाक दोस्ती पर राहुल गांधी के दावे को अमेरिका ने भी बताया गलत, PM मोदी पर कल लगाया था आरोप

राहुल गांधी ने मोदी पर आरोप लगाया था कि उनकी विदेश नीति की वजह से चीन और पाकिस्तान और करीब हो गए हैं और भारत के सामने अब दो फ्रंट खुल गए हैं। जबकि, हकीकत ये है कि चीन और पाकिस्तान की दोस्ती भारत से 1962 की जंग के बाद से ही बढ़ी है।

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कल लोकसभा में आरोप लगाया था कि पीएम नरेंद्र मोदी की वजह से पाकिस्तान और चीन एक-दूसरे के और करीब आ गए हैं। इसपर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट्स कर राहुल के बयान को गलत बताया था और साबित किया था कि कांग्रेस सरकारों के दौर में चीन और पाकिस्तान की दोस्ती बढ़ी। अब अमेरिका की बाइडेन सरकार ने भी राहुल के इस बयान को गलत बता दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस मामले में साफ कर दिया है कि राहुल गांधी के बयान की वहां की सरकार समर्थन नहीं करती है। एक पत्रकार के सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन और पाकिस्तान की दोस्ती के बारे में इन दोनों देशों के नेता ही कुछ कह सकते हैं।

बता दें कि राहुल गांधी ने मोदी पर आरोप लगाया था कि उनकी विदेश नीति की वजह से चीन और पाकिस्तान और करीब हो गए हैं और भारत के सामने अब दो फ्रंट खुल गए हैं। जबकि, हकीकत ये है कि चीन और पाकिस्तान की दोस्ती भारत से 1962 की जंग के बाद से ही बढ़ी है। यहां तक कि चीन ने 1962 की जंग के बाद कांग्रेस सरकारों के दौर में भारत की हजारों किलोमीटर जमीन पर कब्जा जमा लिया और तब की सरकारों ने इस पर चुप्पी साधे रखी। विदेश मंत्री जयशंकर ने भी ट्वीट के जरिए राहुल गांधी को इस हकीकत से कल रूबरू कराया था।

राहुल गांधी के दावे को अब अमेरिकी सरकार की ओर से झुठलाए जाने के बाद कांग्रेस के किसी नेता की कोई प्रतिक्रिया अब तक नहीं आई है। हकीकत और इतिहास भी राहुल के दावों को गलत साबित करते हैं। यूपीए सरकार के दौरान रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी ने भी संसद में कहा था कि चीन से संघर्ष न हो, इसके लिए एलएसी के आसपास विकास के काम रोक दिए गए थे। जबकि, मोदी सरकार के दौरान चीन सीमा पर सेना के आने जाने के लिए बड़ी तैयारियां की जा रही हैं।