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Punjab election 2022: चुनाव से पहले CM चन्नी को बड़ा झटका, भतीजा भूपिंदर सिंह हनी गिरफ्तार, क्या बिगड़ जाएगा राज्य में कांग्रेस का खेल?

Punjab election 2022: सूत्रों का ये भी कहना है कि कंपनी बहुत छोटे पैमाने की है ऐसे में करोड़ों का ठेका मिलने की संभावना ही नहीं है। आपको बता दें, पंजाब विधानसभा के 117 सदस्यों के चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है। ऐसे में चुनाव से पहले ये मामला कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकता है।

नई दिल्ली। पंजाब में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव को लेकर उनके ऊपर पार्टी को जीत दिलाने का जिम्मा है ही साथ ही उत्तराखंड में पार्टी की डूब रही राख को भी फिर से चमकाने की जिम्मेदारी भी उनके ही कंधे पर हैं। ऐसे में चन्नी भी इस इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। लेकिन अब चुनाव से ठीक मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बड़ा झटका लग गया है। दरअसल प्रवर्तन निर्देशालय यानी ED ने गुरुवार को दिनभर पूछताछ के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को शाम को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों की माने तो चन्नी के भतीजे भूपेंद्र सिंह पर अवैध रेत खनन का आरोप लगा है।


ED के अधिकारियों की करीब 8 घंटे तक की लंबी पूछताछ की। भूपिंदर के घर से 7.9 करोड़ रुपये और उसके सहयोगी संदीप कुमार के परिसर से 2 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे। इन्हीं जब्त किए गए पैसों के स्त्रोत के बारे में जानकारी लेने के लिए उनसे पूछताछ की गई थी। कहा जा इस मामले में उनके फिर से पूछताछ की जा सकती है।

अवैध रेत खनन रैकेट के साथ ही money-laundering के आरोपों में तीनों जांच के दायरे में हैं। ऐसा माना जा रहा है कि धन शोधन और अवैध बालू खनन के लिए मुखौटा कंपनियों का प्रयोग किया जा रहा था। प्रवर्तन निदेशालय ने जांच में पाया है कि भूपिंदर सिंह, कुदरतदीप सिंह और संदीप कुमार प्रोवाइडर्स ओवरसीज सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं।

channi

अक्टूबर 2018 में हुई थी कंपनी की स्थापना

बताया जा रहा है इस कंपनी की स्थापना अक्टूबर 2018 में हुई थी। छह महीने बाद कुदरतदीप सिंह के विरूद्ध बालू खनन के मामले में शिकायत दर्ज की गई। ईडी को आशंका था कि रेत खदान का ठेका दिलाने के नाम पर काला धन इस्तेमाल किया गया है। सूत्रों का ये भी कहना है कि कंपनी बहुत छोटे पैमाने की है ऐसे में करोड़ों का ठेका मिलने की संभावना ही नहीं है। आपको बता दें, पंजाब विधानसभा के 117 सदस्यों के चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है। ऐसे में चुनाव से पहले ये मामला कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकता है।