कन्नौज। ममता बनर्जी पहले नाराज हुईं और कांग्रेस पर अपने प्रस्तावों को न मानने का आरोप लगाकर पश्चिम बंगाल की सभी लोकसभा सीटों पर टीएमसी के अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। फिर जेडीयू के अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बारे में इस चर्चा ने जोर पकड़ा कि वो एक बार फिर बीजेपी के साथ जा सकते हैं। अब यूपी में समाजवादी पार्टी यानी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस के बारे में बड़ी बात कही है। कन्नौज में शुक्रवार को अखिलेश यादव ने एक बड़ी जिम्मेदारी कांग्रेस के कंधे पर डाल दी। अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस पर बड़ी जिम्मेदारी है कि वो छोटे दलों को साथ लेकर चले। अखिलेश ने ये भी कहा कि ममता बनर्जी ने अकेले लड़ने की बात कही है, इसलिए कांग्रेस को उन्हें मनाना चाहिए।
नीतीश कुमार के फिर बीजेपी के साथ जाने की चर्चा पर अखिलेश ने कहा कि उनको उम्मीद है कि नीतीश एनडीए में शामिल नहीं होंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि नीतीश जी इंडिया गठबंधन को मजबूत करेंगे। अखिलेश यादव ने यूपी में लोकसभा सीटों के बंटवारे पर भी ज्यादा कुछ कहने से इनकार कर दिया। यूपी में सपा और कांग्रेस के बीच लोकसभा सीटों के बंटवारे पर कई दौर की चर्चा हो चुकी है, लेकिन अखिलेश यादव ने कहा कि बहुत अच्छा गठबंधन बन रहा है। ये गठबंधन सीटों का नहीं, जीत का है। ये पूछने पर कि यूपी में कांग्रेस को कितनी सीटें देंगे, अखिलेश ने कहा कि जीत सीट बंटवारे की रणनीति का हिस्सा है।
अखिलेश यादव अब तक यूपी में कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे पर साफ जवाब नहीं देते रहे हैं। दरअसल, यूपी में कांग्रेस को 2019 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ रायबरेली की सीट पर ही जीत मिली थी। रायबरेली से कांग्रेस की सोनिया गांधी चुनाव जीतकर संसद पहुंची थीं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस यूपी में ज्यादा लोकसभा सीटें चाह रही है। वहीं, अखिलेश यादव पहले ही अपने सहयोगी जयंत चौधरी के आरएलडी के साथ 7 सीटों पर समझौता कर चुके हैं। ऐसे में अब 73 लोकसभा सीटें ही बच जाती हैं, जिनके बारे में सपा और कांग्रेस के बीच बंटवारे का समझौता हो सकता है।