नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव कुल तीन चरणों में होंगे। पहले चरण में 16 जिलों के 71 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। दूसरे चरण में कुल 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे। तीसरे चरण में 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे। उन्होंने बताया कि पहले चरण के लिए एक अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी। पहले चरण के लिए 28 अक्टूबर, दूसरे चरण के लिए तीन नवंबर और तीसरे चरण के लिए 7 नवंबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी।
वहीं बिहार विधानसभा चुनाव की तरीखों का ऐलान होने के बाद सी- वोटर का एक सर्वे सामने आया है। इस सर्वे में लोगों से कई सवाल पूछे गए, साथ ही जनता से ये भी पूछा गया कि सीएम के तौर पर उनकी पहली पसंद कौन है। सर्वे पर नजर डाले तो बिहार विधानसभा की 243 सीटों में 141 से 161 सीटें एनडीए के खाते में जाती हुई दिख रही हैं। सर्वे के मुताबिक जनता ने नीतीश कुमार पर एक बार फिर भरोसा जताया है और बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनते दिख रही है। वहीं यूपीए को 64 से 84 और अन्य को 13 से 23 सीटें मिलने का अनुमान है।
बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार 30.9 प्रतिशत लोगों की पसंद : सर्वे
इसके साथ बिहार के लिए सबसे बेहतर सीएम के तौर पर ज्यादातर जनता ने इस बार भी नीतीश कुमार को ही चुना। सी-वोटर सर्वे में पूछा गया था कि बिहार के लिए सबसे बेहतर मुख्यमंत्री कौन हो सकता है? इस सवाल के जवाब में 30.9 फीसदी लोगों ने नीतीश कुमार को बेहतर सीएम बताया। वहीं नीतीश कुमार के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को 15.4 फीसदी लोगों ने सीएम के तौर पर चुना। इसके बाद सुशील मोदी को 9.2%, लालू प्रसाद यादव को 8.3%, एलजेपी के रामविलास पासवान को 6.5%, गिरिराज सिंह को 6.2% और आरएलएसपी के उपेंद्र कुशवाहा को 5.1% लोगों ने बतौर सीएम बेहतर माना।
सर्वे के मुताबिक उत्तर बिहार में एनडीए को 47 से 51 और यूपीए को 17 से 21 सीटें मिल सकती हैं। अन्य के खाते में 4 से 6 सीटें जा सकती हैं। उत्तर बिहार में विधानसभा की सबसे ज्यादा 73 सीटें हैं। इन 73 सीटों में भी एनडीए को भारी बढ़त मिलती हुई दिख रही है। उत्तर बिहार में एनडीए को 47 से 51 सीटें मिल सकती हैं. वहीं 17-21 सीटें यूपीए को मिलने का अनुमान है।