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UP: पंचायत चुनाव के नतीजों से भाजपा में बढ़ा उत्साह, सुधारेगा बिगड़ा माहौल

Panchayat Elections Result: राजनीतिक विश्लेषक रतनमणि लाल कहते हैं कि पंचायत चुनाव का मनोवैज्ञानिक असर होगा। पंचायत के नतीजों के जरिए पार्टी को कर्मठ कार्यकर्ता जरूर मिल गए हैं।

नई दिल्ली। जिला और क्षेत्र पंचायत में मिली जीत को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) काफी उत्साहित है। इसे वह विधानसभा चुनाव में भुनाने का प्रयास करेगी। पंचायत के नीतीजों के माध्यम से भाजपा कोरोना में खराब हुई छवि को सुधारने का प्रयास कर रही है। इसी कारण इस जीत को पार्टी की ओर से बढ़-चढ़कर प्रस्तुत किया गया है। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री और केन्द्रीय संगठन के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी योगी सरकार और भाजपा संगठन की पीठ थपथपाई है। भाजपा के लगता है कि इन चुनाव के माध्यम से गांव में पार्टी को और मजबूती मिलेगी। जीतने वाले अध्यक्ष और प्रमुख होने वाले विधानसभा चुनाव में माइल स्टोन भी साबित हो सकते हैं। इन चुनाव के जारिए भाजपा को नई लीडरशिप भी मिली है। महिलाओं को अधिक मात्रा में आगे करके भाजपा ने ग्रामीण महिलाओं को भी साधने का प्रयास किया है। इससे आने वाले समय में भाजपा गांव में अपनी बयार बहाती रहेगी। जिला पंचायत अध्यक्षों और प्रमुखों के माध्यम से संगठन की गतिविधियां और सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में भी आसानी होगी।

CM Yogi PM Modi
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि पंचायत अध्यक्ष और ब्लाक प्रमुखों के माध्यम से पार्टी गांवों ब्लाकों तक अच्छी पहुंच बनाएगी। इन लोगों को विधानसभा चुनाव में लगाने की तैयारी हो रही है। कुल मिलाकर अब हमारी पहुंच पर्लियामंेट से गांव तक हो गयी है। गांवों में इस जीत को बरकार रखने के लिए पार्टी की ओर से कोई न कोई कार्यक्रम चलते रहेंगे। यह नवनिर्वाचित सदस्य आने वाले समय में काफी सहायक सिद्ध होंगे।

भाजपा के महामंत्री जेपीए राठौर कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी ने पंचायत चुनाव में मिली जीत से कार्यकर्ता उत्साहित है। अब पार्टी विधानसभा चुनाव में और तेज गति से लगने जा रही है। अभी हाल में होने वाली कार्यकारिणी की बैठक में आने वाले विधानसभा चुनाव का रोडमैप तैयार कर दिया जाएगा। उसी के अनुसार पार्टी के कार्यकर्ता आगे बढ़ेंगे। इसमें एक दिशा तय कर दी जाएगी।

BJP Flag logo
राजनीतिक विश्लेषक रतनमणि लाल कहते हैं कि पंचायत चुनाव का मनोवैज्ञानिक असर होगा। पंचायत के नतीजों के जरिए पार्टी को कर्मठ कार्यकर्ता जरूर मिल गए हैं। जो विधानसभा चुनाव में माहौल बनाने और पार्टी का प्रचार-प्रसार करने में सहायक होंगे। लेकिन इसका राजनीतिक असर ज्यादा नहीं होगा। इसके कारण विधानसभा चुनाव जीतने में आसानी मिलेगी। ऐसा संभव नहीं लगता है। एक बात है कोरोना की दूसरी लहर में भाजपा सरकार के प्रति नकारात्मक माहौल बना था।