नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने विदेश में रहने वाले हिन्दुओं को लेकर एक बड़ी बात कहीं है। एक समिट में पहुंचे असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में कहीं भी रह रहे हिंदुओं को अगर वहां समस्या है तो उन्हें भारत आने का अधिकार है। सरमा ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि देश जिन समस्याओं का सामना कर रहा है उनमें से ज्यादातर के लिए सिर्फ एक परिवार जिम्मेदार है। असम के सीएम ने कहा कि मुस्लिम नेताओं को अपने समुदाय के लोगों से मदरसों को बंद करने के लिए कहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने यहां सरकारी मदरसों की फंडिंग बंद कर दी है। इन मदरसों में चिकित्सा केंद्र एवं ऐसे स्कूल खोले जाने चाहिए जहां सभी छात्र पढ़ाई कर सकें।
#TimesNowSummit | Assam CM @himantabiswa shares his perspective on the Citizenship Amendment Act.#TimesNowSummit2021 pic.twitter.com/ouTSpZPL5M
— TIMES NOW (@TimesNow) November 10, 2021
‘‘यह सनातन का और हिंदू सभ्यता का देश है।’’
एक चैनल के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे असम के सीएम हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि, ‘‘दुनिया में कहीं भी रह रहे प्रत्येक हिंदू को वहां समस्या होने पर भारत आने का अधिकार है।’’ सरमा ने कहा कि भारत हिंदुओं का है और यह उनका अपना प्राकृतिक घर है। उन्होंने कहा, ‘‘यह सनातन का और हिंदू सभ्यता का देश है।’’ इस दौरान असम के मुख्यमंत्री कांग्रेस और टीएमसी पर भी हमला बोला।
#TimesNowSummit | #Assam lost 6 policemen (in border clash with Mizoram) and we have not fired a shot in counter. This shows the kind of respect we’re giving to our neighbours: @himantabiswa, Assam CM, tells Padmaja Joshi.#TimesNowSummit2021 pic.twitter.com/FyMfeAvKxJ
— TIMES NOW (@TimesNow) November 10, 2021
चुनाव हारने के बाद ममता बनर्जी का राजनीतिक अस्तित्व समाप्त
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा विपक्ष को एकजुट कर बीजेपी का सामना करने के सवाल पर असम मुख्यमंत्री ने कहा कि, “जब एक नेता अपना चुनाव हार जाता है तो उसकी पार्टी भी चुनाव हार जाती है। ममता बनर्जी के अपनी विधानसभा सीट हारने के बाद, मेरे अनुसार उनका राजनीतिक अस्तित्व समाप्त हो गया है।’’ उन्होंने आगे कहा कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव हार जाते तो कोई भी भाजपा की जीत के बारे में बात नहीं करता।
At @TimesNow Summit, spoke about the need for CAA in the backdrop of Afghan crisis, role of PFI in Dholpur clashes & much more.
Also reiterated that India belongs to Hindus & whenever they feel persecuted elsewhere they have a right to come back to their motherland. pic.twitter.com/kbV4tiu0DF— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 10, 2021
पूर्वोत्तर में हुए तीन बड़े बदलाव
पूर्वोत्तर राज्यों पर अपनी बात रखते हुए हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा पिछले पांच सालों में पूर्वोत्तर के राज्यों में कनेक्टिविटी बहुत ज्यादा बढ़ी है। दूसरी, शांति है। पहले हिंसा होती थी। तीसरी बात, इन राज्यों के लोगों में अब अलगाववाद की भावना नहीं है। पूर्वोत्तर के राज्यों तक भारत पहुंच गया है। पिछले पांच सालों में सभी क्षेत्रों में काफी विकास हुआ है।