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Kangana Ranaut Statement: BJP के इस नेता को रास नहीं आया कंगना का ‘आजादी’ वाला बयान, अभिनेत्री के खिलाफ की कार्रवाई की मांग

Kangana Ranaut Statement: प्रवीण शंकर कपूर ने ट्वीट कर लिखा, ”एक स्वतंत्रता सैनानी पिता का पुत्र होने एवं स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से आने का कारण कंगना रनौत के द्वारा भारत की आजादी को भीख मे मिली आजादी कहना मुझे आजादी का सबसे बड़ा दुरुपयोग एवं स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग का अपमान लगता है। काश भारत की न्याय व्यवस्था संज्ञान ले।”

नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत अपनी फिल्मों से ज्यादा अपनी बयानों को लेकर चर्चाओं में बनी रहती हैं। कंगना रनौत हर मसले पर अपनी राय रखती हैं। इस बार कंगना रनौत अपने आजादी वाले बयान को लेकर विवादों में है। कंगना के आजादी वाले बयान को लेकर पर विवाद थमते नजर नहीं आ रहा है। एक तरफ जहां कांग्रेस, शिवसेना समेत कई दल कंगना के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे है। साथ ही सरकार से अभिनेत्री से पद्म श्री सम्मान वापस लेने की मांग कर रहे है। इसी बीच अब विपक्ष के साथ-साथ भाजपा के नेता भी इस बयान को लेकर नाराज दिखा रहे हैं। दिल्ली भाजपा नेता प्रवीण शंकर कपूर ने कंगना के इस बयान पर कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा भाजपा नेता ने इसे स्वतंत्रता सेनानियों की बेइज्जती बताया है।

प्रवीण शंकर कपूर ने ट्वीट कर लिखा, ”एक स्वतंत्रता सैनानी पिता का पुत्र होने एवं स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से आने का कारण कंगना रनौत के द्वारा भारत की आजादी को भीख मे मिली आजादी कहना मुझे आजादी का सबसे बड़ा दुरुपयोग एवं स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग का अपमान लगता है। काश भारत की न्याय व्यवस्था संज्ञान ले।”

बता दें कि इससे पहले भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कंगना रनौत के आजादी वाले बयान को लेकर निशाना साधा था। वरुण गांधी ने अभिनेत्री पर वार करते हुए कहा कि, इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?

जानिए क्या है पूरा मामला…

कंगना ने एकंर के सामने कहा- ‘आजादी अगर भीख में मिले तो वो क्या आजादी हो सकती है? 1947 में मिली आजादी भीख थी, असली आजादी साल 2014 में मिली।’ इसके आगे उन्होंने कहा- सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, पर वो आजादी नहीं थी वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो साल 2014 में मिली है।’