नई दिल्ली। महाराष्ट्र (Maharashtra) की सियासत में इन दिनों खूब घमासान देखने को मिल रहा है। एक तरफ जहां वसूली कांड में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की हिरासत में लिए गए महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) की मुश्किलें और बढ़ सकती है। दरअसल, ईडी ने अब मनी लॉन्ड्रिंग केस में अनिल देशमुख के बेटे हृषिकेश (ऋषिकेश) देशमुख को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। जिसके बाद राज्य में सियासत और तेज हो गई है। अब इस मामले को लेकर भाजपा उद्धव सरकार पर हमलावार हो गई है। इसी क्रमी में भाजपा नेता किरीट सोमैया ने ट्वीट कर शिवसेना, एनसीपी पर जोरदार हमला बोला है।इतना ही नहीं किरीट सोमैया ने बताया कि अब अनिल देशमुख के अब दूसरे नेताओं की जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है।
किरीट सोमैया ने शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा, ”अनिल देशमुख गिरफ्तार हो चुके हैं। अब अन्य नेताओं की बारी है। बेटा, दामाद, साझेदार….और अनिल पारब समेत शिवसेना और NCP के नेताओं तक वसूली फंड पहुंचता था।” बता दें, पहले ही अनिल देशमुख को गिरफ्तार कर चुकी है, देशमुख फिलहाल कोर्ट के आदेश पर 6 नवंबर तक ईडी की कस्टडी में हैं।
#AnilDeshmukhArrested now turn of other BENEFICIARIES . Son, Damad, Partners….& Flow of #VASOOLI funds to NCP, ShivSena….. Leaders including #AnilParab @BJP4India pic.twitter.com/DuaKGFVeO7
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) November 5, 2021
क्या है आरोप
जिस मामले में देशमुख के और अन्य के खिलाफ कार्यवाही हुई है वो मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा लगभग 100 करोड़ रुपये की वसूली के आरोपों के मद्देनजर सीबीआई द्वारा मामला दर्ज करने के बाद सामने आया था। मार्च में पुलिस आयुक्त के पद से हटाए जाने के बाद परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे एक पत्र में ये आरोप लगाया था कि देशमुख ने सचिन वाझे को महानगर में बार और रेस्तरां से एक महीने में 100 करोड़ रुपये से अधिक की उगाही करने के लिए कहा था। हालांकि परमबीर सिंह के इन आरोपों को देशमुख ने खारिज कर दिया था और कहा था कि सिंह ने मुंबई पुलिस प्रमुख के पद से हटाए जाने के बाद उनके खिलाफ आरोप लगाए थे। आरोप दुर्भावनापूर्ण बयानों पर आधारित हैं।
गौरतलब है कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Parambir Singh) ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) को चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में परमबीर सिंह ने एंटीलिया केस (Antilia case) में फंसे मुंबई पुलिस के बर्खास्त एपीआई सचिन वाजे (Sachin Waze) और राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया था। परमबीर सिंह ने उद्धव ठाकरे को लिखी चिट्ठी में ये आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने सचिन वाझे को महानगर में बार और रेस्तरां से एक महीने में 100 करोड़ रुपये से अधिक की उगाही करने के लिए कहा था। हालांकि परमबीर सिंह के इन आरोपों को देशमुख ने सिरे खारिज कर दिया था।