नई दिल्ली। अगर राजनीतिक गतिविधियों को लेकर आपकी याददाश्त कमजोर ना हो, तो आप उस संसदीय क्षण को कतई नहीं भुला सकते हैं, जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के उपरांत दिए अपने धन्यवाद प्रस्ताव में किस तरह और किन मसलों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रहार कर दिया था। राष्ट्रीय राजनीति से शुरू हुई उनकी जुबानी प्रहार की बयार अंतरराष्ट्रीय परिधि पर जाकर समाप्त हुई। उन्होंने केंद्र सरकार पर विपक्षी के उभरते स्वर को कुचलने से लेकर चीन और पाकिस्तान जैसे मुल्कों को भारतीय परिधि पर अतिक्रमण करने की शह देने का आरोप लगाया। अब यह सब पढ़ने के बाद आप सोच रहे होंगे कि इन सभी मसलों से तो हम वाकिफ ही हैं और साथ ही में यह भी जानते हैं कि कैसे अब राहुल संसद में दिए अपने बयानों को लेकर चौतरफा घिर चुके हैं, तो अब आप हमें क्या नया बताने जा रहे हैं, तो नई बात हम आपको जो बताने जा जा रहे हैं, उससे जानने से पहले हम आपको एक मर्तबा पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा द्वारा राहुल गांधी पर किए गए पलटवार के बारे में बताए चलते हैं।
शायद आपको पता हो कि राहुल गांधी द्वारा अमित शाह पर यह आरोप लगाने के बाद कि मणिपुर के नेताओं से मुलाकात के दौरान शाह ने सभी के जूते उतरवा दिए थे, लेकिन खुद के नहीं उतारे थे। इस रवैये को राहुल ने अशोभनीय करार दिया था। जिस पर बाद में हिमंता ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे यहां ऐसा नहीं होता है कि पार्टी नेता दूसरे नेताओं संग किसी गंभीर विषय की मंत्रणा में व्यस्त हो और नेता खुद कुत्तों को बिस्कुट खिलाने में मशगूल हो और हद तो तब हो जाती है, जब उसी प्लेट में रखे बिस्कुट नेताओं को खिला दिए जाते हैं। बता दें कि बिस्वा ने यह प्रतिक्रिया राहुल गांधी के ही उस रवैये को लेकर दिया था, जिसमें उन्होंने पार्टी नेताओं से वार्ता पर ध्यान देने के बजाय अपने कुत्ते को बिस्कुट खिला रहे थे।
तो अब खबर यह है कि हिमंता बिस्वा के बाद बीजेपी नेता विनय सहस्त्रबुद्धे ने भी राहुल के इस रवैये पर तंजिया लहजे में कहा कि, राहुल गांधी को यह बात समझ लेनी चाहिए कि हमारे यहां ऐसा नहीं होता है कि हम किसी नेता से बात कर रहे हों और वो अपने कुत्ते को बिस्कुट खिलाने में व्यस्त हो। ध्यान रहे कि उन्होंने यह प्रतिक्रिया राहुल गांधी के रवैये पर ही दी है। बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि, जब हमारी पार्टी का कोई नेता प्रधानमंत्री के साथ किसी गंभीर मसले पर वार्ता कर रहा होता है, तो हमारे प्रधानमंत्री हमें ध्यानपूर्वक सुनते हैं। हमारी पूरी सुनवाई होती है। ध्यान रहे कि विनय सहस्त्रबुद्धे द्वारा दी गई यह प्रतिक्रिया अभी खासा सुर्खियों में है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नजर आ रहे हैं। ध्यान रहे कि विनय सहस्त्रबुद्धे ने बेशुमार मसलों को लेकर कांग्रेस सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान कहा कि मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि आखिर क्यों पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के उल्लेखनीय योगदान को भुलाया गया है।