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नेपोटिज्म पर भाजपा सांसद और सिने अभिनेता रवि किशन का खुलासा, इसी कारण हटाना पड़ा ‘शुक्ला’ सरनेम

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजूपत (Sushant Singh Rajput) के मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट (SC) ने सीबीआई (CBI) को सौंप दी। इस फैसले का स्वागत भोजपुरी फिल्म स्टार और गोरखपुर सांसद रवि किशन (Ravi Kishan) ने स्वागत किया है। साथ ही बॉलीवुड में नेपोटिजम (Nepotism) को लेकर भी उन्होंने बड़ा खुलासा किया है।

नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजूपत (Sushant Singh Rajput) के मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट (SC) ने सीबीआई (CBI) को सौंप दी। इस फैसले का स्वागत भोजपुरी फिल्म स्टार और गोरखपुर सांसद रवि किशन (Ravi Kishan) ने स्वागत किया है। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि आज सुप्रीम ने सीबीआई जांच का आदेश देकर एक ऐतिहासिक फैसला किया है और यह एक परिवार की ही खुशी नहीं, बल्कि पूरे देश की खुशी का दिन है।

sushant singh rajput

इसके साथ ही रवि किशन ने नेपोटिज्म (Nepotism) को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि नेपोटिज्म के कारण ही उन्हें अपना शुक्ला सरनेम हटाना पड़ा था। उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह मामला आत्महत्या का नहीं लगता। ये हत्या का मामला लगता है। बिहार पुलिस ने अद्भुत काम किया है। उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस को चिंतन करना चाहिए कि उन्होंने ऐसा क्या खोया है? रवि किशन ने कहा कि बिहार के डीजीपी गुप्‍तेश्‍वर पांडे ने बहुत अच्छा काम किया है।

Ravi Kishan

नेपोटिज्म पर बोले रवि किशन

रवि किशन ने कहा, ”मैंने नेपोटिज्म के कारण बहुत कुछ खोया है। मुंबई में मुझे तो अपना सरनेम भी चेंज करना पड़ा था। मुंबई में नेपोटिज्म बुरी तरीके से हावी है। जब मैं इस इंडस्ट्री में आया तो मुझे पैसे कमाने थे। अपने मां-बाप का सपना पूरा करना था। एक गरीब परिवार का लड़का था, जिसको लेकर मुझे अपना सरनेम तक चेंज करना पड़ा।”

ravi kishan

छोटे जिलों के लोगों को होना पड़ता है नेपोटिज्म का शिकार

उन्होंने आगे कहा, ”वहां पर लोग हमें भैया कहते हैं और उत्तर प्रदेश और बाकी छोटे जिलों से जो लोग आते हैं, उनको नेपोटिज्म का शिकार होना पड़ता है। ये जो लड़ाई है, यह सिर्फ सुशांत सिंह राजपूत की नहीं बल्कि पूरे देश के नौजवानों की लड़ाई है कि उत्तर प्रदेश और बिहार से या किसी भी राज्य से जब कोई कलाकार मुंबई काम करने के लिए जाए तो उसे भैया ना बोला जाए। उसको इग्नोर ना किया जाए. गुटबाजी ना की जाए। जो कलाकार वहां काम करने के लिए गए हैं, उनको लेकर उनका सम्मान किया जाए। नेपोटिज्म के कारण मुझे अपना शुक्ला सरनेम हटाना पड़ा था।