नई दिल्ली। दिल्ली में एमसीडी चुनाव के नतीजे आ गए हैं। 250 पार्षदों वाली एमसीडी में आम आदमी पार्टी (आप) ने 134 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया है। वहीं, 15 साल से एमसीडी पर काबिज बीजेपी को 104 सीटें मिली हैं। कांग्रेस को 9 और निर्दलीयों के खाते में 3 सीटें गई हैं। आप को चुनाव नतीजों से बहुत उत्साह मिला है, लेकिन अब पेच मेयर के चुनाव का फंसा है। इसमें अगर बीजेपी ने खेला किया, तो आप के लिए अपना मेयर जिताना बहुत मुश्किल होगा। इसकी वजह ये भी है कि एमसीडी में दलबदल निरोधक कानून काम नहीं करता। ऐसे में जो पार्षद चाहे, वो किसी को भी वोट दे सकता है।
इसके साथ ही 13 विधानसभा सदस्य, 3 राज्यसभा सदस्य और 7 लोकसभा सांसद भी मेयर के चुनाव में हिस्सा लेते हैं। विधानसभा में आप का बोलबाला है। वहीं, राज्यसभा में भी उसके सांसद हैं। जबकि, बीजेपी के पास 7 लोकसभा सांसद हैं और इस तरह मेयर चुनाव में उसके वोटों का सीधा आंकड़ा 111 हो जाता है। अगर बीजेपी ने आप के कुछ, कांग्रेस और निर्दलीयों को पक्ष में कर लिया, तो अपना मेयर चुनने में उसे दिक्कत शायद न हो। सारी गणित यही है और बीजेपी के नेता अभी से दावा कर रहे हैं कि भले ही आप को एमसीडी मिल जाए, लेकिन मेयर तो बीजेपी का ही बनेगा। मेयर चुना जाना इसलिए भी अहम है, क्योंकि वो सदन का अध्यक्ष होता है और तमाम फैसले ले या उसे काट सकता है।
उधर, आप को भी बीजेपी के गेमप्लान का पता है। शायद इसी वजह से दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने खेल शुरू कर दिया है। आप के पार्षदों के पास बीजेपी से फोन आ रहे हैं। सिसोदिया ने साथ ही दावा किया कि आप का कोई भी पार्षद नहीं बिकेगा। हमने सभी से कह दिया है कि बीजेपी वालों का फोन आए या मिलने आएं, तो रिकॉर्डिंग कर लेना। हालांकि, अब तक कोई रिकॉर्डिंग आप ने जारी नहीं की है।