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Politics: कांग्रेस ने मारग्रेट को बताया धनखड़ से बेहतर तो बीजेपी ने चला दांव, अल्वा का इंटरव्यू शेयर कर गांधी परिवार को घेरा

राष्ट्रपति पद का चुनाव आज है। वहीं, उप राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए की तरफ से जगदीप धनखड़ और विपक्ष की तरफ से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मारग्रेट अल्वा को प्रत्याशी बनाया गया है। मारग्रेट अल्वा ईसाई समुदाय से आती हैं और कांग्रेस की सरकार में मंत्री भी रही हैं।

नई दिल्ली। राष्ट्रपति पद का चुनाव आज है। वहीं, उप राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए की तरफ से जगदीप धनखड़ और विपक्ष की तरफ से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता मारग्रेट अल्वा को प्रत्याशी बनाया गया है। मारग्रेट अल्वा ईसाई समुदाय से आती हैं और कांग्रेस की सरकार में मंत्री भी रही हैं। अल्वा का नाम तय होने के बाद कांग्रेस के नेता और राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनकी खूब तारीफ की। खड़गे ने कहा कि मारग्रेट अल्वा तो जगदीप धनखड़ के मुकाबले ज्यादा बेहतर प्रत्याशी हैं। कांग्रेस की तरफ से ये बात कहे जाने पर बीजेपी ने अल्वा का एक पुराना टीवी इंटरव्यू सामने ला दिया। जिसमें वो गांधी परिवार और सेना में दलाली करने वालों का रिश्ता बता चुकी हैं।

मुंबई बीजेपी के प्रवक्ता सुरेश नाखुआ ने अपने ट्विटर हैंडल पर मारग्रेट अल्वा के इस पुराने इंटरव्यू की क्लिप जारी कर दी। नाखुआ ने वीडियो जारी कर सिर्फ इतना लिखा, ‘मारग्रेट अल्वा, गांधी और मिशेल…ब्लास्ट फ्रॉम द पास्ट’। दरअसल, क्रिश्चियन मिशेल नाम का हथियार दलाल अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में घोटाले के लिए जेल में है। मारग्रेट अल्वा ने अपने पुराने इंटरव्यू में बताया था कि कैसे कांग्रेस सरकार के दौर में सेना के पुराने टैंक कनाडा भेजे जाने की बात कहकर दक्षिण अफ्रीका भेजे गए थे। जबकि, उस वक्त रंगभेद की वजह से दक्षिण अफ्रीका के साथ भारत के राजनयिक संबंध भी नहीं थे। अल्वा ने ये भी खुलासा इस इंटरव्यू में किया था कि हथियार दलाल क्रिश्चियन मिशेल के पिता के भी पुराने रिश्ते गांधी परिवार से रहे हैं।

कुल मिलाकर अल्वा के बहाने बीजेपी अब कांग्रेस के साथ ही गांधी परिवार पर सीधा निशाना साधने लगी है। बीते दिनों ही तीस्ता सीतलवाड़ केस में एसआईटी जांच की रिपोर्ट भी सामने आ चुकी है। जिसमें तीस्ता को कांग्रेस के नेता अहमद पटेल की तरफ से 30 लाख रुपए देकर मोदी के खिलाफ माहौल बनाने की बात है। इस मामले में भी बीजेपी ने सीधे गांधी परिवार को लपेटा था।