
नई दिल्ली। इस साल कई राज्यों के विधानसभा चुनाव हैं। इनमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 60 सीटें हैं। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में 60 सीटें हासिल कर कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार को हटाया था। अब बीजेपी इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए पूरा दमखम लगा रही है। बीजेपी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस के उस फॉर्मूले को अपनाने की तैयारी की है, जिसे राजस्थान के लिए बीजेपी के सबसे बड़े विरोधी दल ने लागू किया है। बीजेपी की तरफ से इस कदम को उठाने पर कांग्रेस को भी तत्काल मैदान में उतरना पड़ सकता है।
हिंदी अखबार अमर उजाला के मुताबिक छत्तीसगढ़ में भले ही इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन बीजेपी अब कांग्रेस की तर्ज पर वहां के लिए जल्दी ही उम्मीदवारों का एलान कर सकती है। अखबार के मुताबिक बीजेपी सितंबर में ही छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों का एलान करेगी। इससे संबंधित प्रत्याशी के लिए अपनी सीट पर प्रचार करना और मजबूत हो जाएगा। राजस्थान में कांग्रेस ने यही तरीका अपनाया था और विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। अमर उजाला के मुताबिक छत्तीसगढ़ में बीजेपी करीब 36 सीटों पर कमजोर दिख रही है। पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह इन सीटों पर जीत की रणनीति तैयार कर रहे हैं।
वहीं, सूत्रों के मुताबिक बीजेपी इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में कुछ और एलान भी कर सकती है। आम जनता के लिए छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं को हर महीने कुछ रकम देने समेत कई योजनाओं का एलान किया है। इन योजनाओं की तर्ज पर बीजेपी अब छत्तीसगढ़ में भी चुनावी वादे करने की दिशा में आगे बढ़ सकती है। वहीं, कांग्रेस की तरफ से भी बीजेपी को टक्कर दी जा रही है। सीएम भूपेश बघेल ने पिछले दिनों ठेके पर काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह बढ़ाने समेत कई वादे किए हैं। कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच विधानसभा चुनाव में वादों की जबरदस्त जंग देखने को मिल सकती है।