नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की तबियत बीते कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही थी, जिसके बाद आज सुबह वो चेकअप के लिए मुंबई के सर एचएन रिलायंस अस्पताल पहुंचे। एंजियोग्राफी के चेकअप के बाद डॉक्टरों ने पाया कि उनके हार्ट में ब्लाकेज था जिसके बाद तुरंत उनकी एंजियोप्लास्टी की गई। फिलहाल उद्धव अस्पताल में एडमिट हैं, आज रात तक या कल उनको अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा सकता है।
This morning, Uddhav Thackeray ji did a pre planned detailed check up at the Sir HN Reliance Hospital.
With your best wishes, All is well, and he is fully ready to get to work and serve the people.
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) October 14, 2024
उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपने सोशल मीडिया अकांउट पर इस अपने पिता की सेहत के बारे में अपडेट दिया। आदित्य ने लिखा, आज सुबह, उद्धव ठाकरे जी की सर एचएन रिलायंस अस्पताल में पूर्व नियोजित विस्तृत जांच की गई। आपकी शुभकामनाओं के कारण सब ठीक है और वह काम करने और लोगों की सेवा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उद्धव ठाकरे की पहले भी दो बार एंजियोप्लास्टी हो चुकी है। सबसे पहले 20 जुलाई 2012 को पहली बार उद्धव ठाकरे की एंजियोप्लास्टी हुई थी। इसके बाद उसी साल नवम्बर 2012 में उनकी दोबारा एंजियोप्लास्टी की गई थी।
क्या होता है एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी?
एंजियोप्लास्टी के जरिए किसी इंसान के हार्ट की नसों में होने वाले ब्लॉकेज को दूर किया जाता है। इसमें पैर या हाथ की नस जो सीधे दिल तक गई होती है उसके जरिए पतले तार से एक कैमरा हृदय तक पहुंचाया जाता है। कैमरा ऑपरेशन थिएटर में रखे मॉनिटर से कनेक्ट होता है। उसमें दिखाई पड़ता है कि नस में कहां-कहां और कितना ब्लाकेज है। जांच की इस प्रक्रिया को एंजियोग्राफी कहते हैं। इसके बाद जिस जगह पर नस में ब्लाकेज होता है वहां एक स्टंट डाल दिया जाता है जो ब्लाकेज वाली जगह पर जाकर फूल जाता है इससे नस में थोड़ा चौड़ापन आ जाता है और रक्त का प्रवाह शुरू हो जाता है। स्टंट डालने की इस पूरी प्रक्रिया को एंजियोप्लास्टी कहते हैं।