newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Budget 2020: केजरीवाल,थरुर समेत इन नेताओं ने बजट को बताया फुस्स

शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का दूसरा बजट पेश किया। जहां एक तरफ भाजपा आज पेश किए गए इस बजट की तारीफ कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षियों को ये कतई रास नहीं आया।

नई दिल्ली। शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का दूसरा बजट पेश किया। जहां एक तरफ भाजपा आज पेश किए गए इस बजट की तारीफ कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षियों को ये कतई रास नहीं आया। बता दें, जहां राहुल गांधी ने इस बजट को दिशाहीन बताया है। वहीं टीएमसी, आम आदमी पार्टी और माकपा ने बजट पर कटाक्ष किया है।

FM Nirmala Sitharaman

शशि थरुर ने कहा दिशाहीन बजट

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने बजट में कर में कटौती को एकमात्र सकारात्मक पहलू बताते हुए कहा कि इससे मध्यवर्ग को राहत मिलेगी, इसके अलावा पूरा बजट दिशाहीन है। थरूर ने शनिवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए बजट पेश किए जाने के बाद संसद भवन परिसर में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बजट में शायद एकमात्र अच्छी बात जो हो सकती है वह मध्यवर्ग के लिए कर में कटौती करना है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इससे 12.5 लाख रुपये से कम सालाना आय वालों को थोड़ी राहत मिलेगी। इसके अलावा पूरे बजट में हमें ऐसा कुछ भी नहीं सुनाई दिया जो ऊर्जा दे सके।शशि थरूर ने कहा कि यह बजट निराश करने वाला है, शायद यही वजह है कि संसद में भाजपा की तरफ से भी बजट पर ताली बजाने वाला कोई नहीं था।

अखिलेश यादव का बयान

वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बजट को दिशाहीन बताते हुए कहा है कि वित्त मंत्री ने इस दशक का पहला दिवालिया बजट पेश किया है। अखिलेश ने शनिवार को लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश किए जाने के बाद संसद भवन परिसर में बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हमें उम्मीद नहीं है कि इस बजट से किसानों के जीवन में कोई बदलाव आएगा, गरीब के परिवार में कोई खुशहाली आएगी।

Samajwadi Party President Akhilesh Yadav

उन्होंने कहा कि बजट में नौजवानों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करने के कोई प्रावधान नहीं किए गए हैं। उत्तर प्रदेश को बजट में नजरंदाज किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश के लिए आयोजित सम्मेलन में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आए लेकिन इसके बावजूद कोई निवेश नहीं आया। अखिलेश ने वित्त मंत्री के लंबे बजट भाषण पर तंज कसते हुए कहा कि यह लोगों को भ्रमित करने का एक तरीका था। उन्होंने कहा कि यह बजट इतना बड़ा इसीलिए था कि लोग समझ न पाएं। लोग उलझे रहें।

टीएमसी ने खड़े किए सवाल

तृणमूल कांग्रेस ने बजट में कर छूट के प्रस्ताव पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि देश में सामाजिक सुरक्षा के अभाव में कर छूट बेमानी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट पेश करते हुए कर छूट के दायरे में कटौती करने की घोषणा करते हुए पांच से साढ़े सात लाख रुपये सालाना आय के लिए 20 प्रतिशत कर सीमा को घटाकर 10 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है।

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य एवं पार्टी के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर कहा कि टैक्स कट की गोली मत दो, कर छूट को बारीकी से देखें। सरकार ने ऐसे देश में जहां सामाजिक सुरक्षा नहीं है, बचत पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि हटा दी है। उन्होंने कहा कि 70 प्रतिशत कर छूट वापस ले ली गई है। यह छूट पीपीएफ, एलआईसी और स्वास्थ्य बीमा आदि से पैसे की बचत पर प्रोत्साहन राशि के रूप में मिलती थी।

दिल्ली सीएम का बजट पर कटाक्ष

arvind kejriwal

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बजट पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली की बजट से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन इसके साथ एक बार फिर सौतेला व्यवहार किया गया है। भाजपा की प्राथमिकताओं में दिल्ली शामिल नहीं, लोग उसे वोट क्यों दें।

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी

माकपा ने केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें सिर्फ बेकार की बातें हैं और यह लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं करता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि इसमें लोगों की दिक्कतें दूर करने के लिए कुछ नहीं किया गया। उन्होंने ट्वीट किया कि सिर्फ बेकार की बातें और जुमले हैं। इसमें लोगों की दिक्कतें दूर करने, बढ़ती बेरोजगारी, गांवों में मजदूरी भुगतान संकट, परेशान किसानों की आत्महत्या करने जैसी समस्याओं का कोई ठोस समाधान नहीं है।

सीतारमण का भाषण बहुत लंबा- राहुल गांधी

Congress Leader Rahul Gandhi

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण को बहुत लंबा बताया। उन्होंने कहा कि इसमें नया कुछ भी नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में कुछ भी ठोस नहीं था। सबसे बड़ा मसला बेरोजगारी है। मुझे नहीं लगता है कि सरकार के पास कोई ठोस ऱणनीति है जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके। सिर्फ दांव-पेंच ही अधिक है, लेकिन ठोस कुछ नहीं है। वास्तव में यह बजट सरकार के चाल-चरित्र ही को पेश करता है। सिर्फ बातें-बातें और जमीन पर कुछ नहीं।

कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी का ट्वीट

abhishek manu singhvi

कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट करके कहा कि दुश्मन न करे दोस्त ने जो काम किया है, सालभर का गम, गरीबों पर जुल्मो सितम, फिर से जनता को इनाम दिया है। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि निर्मला सीतारमण बजट का गणित समझाने में विफल रही हैं। 4.8% की जीडीपी वृद्धि के साथ 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य एक पाइप ड्रीम है।