नई दिल्ली। बीते महीने 5 जनवरी को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक मामले की जिम्मेदारी लेने वाले खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की ओर से लगातार सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के वकीलों को धमकियां दी जा रही है। 10 जनवरी को भी SFJने सुप्रीम कोर्ट के करीब 50 वकीलों को फोन पर धमकाया था कि वो इस मामले में कोर्ट में केस ना लड़ें। इस बीच अब एक बार फिर देश को तोड़ने की कोशिश करने वाले इस संगठन (SFJ) ने सर्वोच्च न्यायालय के कई वकीलों को धमकी दी है। SFJ ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी (Mahesh jethmalani) को फोन पर धमकी दी है। इस दौरान फोन पर SFJ के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने ये दावा किया है कि हम इस देश की शीर्ष अदालत में जाएँगे और सुप्रीम कोर्ट में खालिस्तानी झंडा फहराएंगे।
एक टीवी चैनल से बात करते हुए सुप्रीम कोर्ट के वकील NS नप्पिनई ने इसे चिंताजनक बात करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर आप कानूनी बिरादरी में काम करते हैं, तो केस चाहे कठिन हो या फिर रेगुलर रहा हो, इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है। इस तरह की घटनाएं बढ़ रही है। हमारे वकीलों को शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाने की कोशिश एक कई उदाहरण है। कईयों की तो जान भी चली गई है। एडवोकेट NS नप्पिनई ने इस घटना को गंभीर मुद्दा बताया और कहा कि मामले में कोर्ट को एड्रेस करने की जरूरत है ताकि ये समझा जा सके की चीजें कहां गलत हो रही है।
आपको बता दें, सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू है जिसका पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के साथ करीबी संबंध है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील इंदू मल्होत्रा के नेतृत्व में एक समिति का गठन भी किया गया था अब खालिस्तानी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस (SFJ)’ ने उन्हें भी फोन पर धमकाया है। उनसे कहा गया है कि वो इंदु मल्होत्रा को इस मामले की जांच नहीं करने देगा।