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Asaduddin Owaisi: ‘क्रिकेट मैच से पहले कश्मीर में रोकना होगा गोलियां का खेल’ AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना

Asaduddin Owaisi: ओवैसी ने इस बात पर जोर दिया कि स्थिति नाजुक मोड़ पर पहुंच गई है, जहां हमारे सैनिकों की जान खतरे में पड़ रही है, जबकि सरकार निष्क्रिय बनी हुई है।

नई दिल्ली। हाल ही में एक बयान में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने केंद्र सरकार पर अनंतनाग और राजौरी के क्षेत्रों में बढ़ती हिंसा के सामने चुप्पी बनाए रखने का आरोप लगाया। ओवैसी ने इस बात पर जोर दिया कि स्थिति नाजुक मोड़ पर पहुंच गई है, जहां हमारे सैनिकों की जान खतरे में पड़ रही है, जबकि सरकार निष्क्रिय बनी हुई है।

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ओवैसी ने एक चिंताजनक परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा, “राजौरी में, हमारे सैनिकों और कश्मीरी पंडितों के जीवन के साथ गोलियों का एक घातक खेल खेला जा रहा है। हमारे लोग अपनी जान गंवा रहे हैं, और क्रिकेट के मैच इससे पहले इस खेल को रोकना जरूरी है। ओवैसी ने कहा कि यदि आप (भाजपा) सत्ता में नहीं होते, तो आप क्या कहते? चूंकि आप सत्ता में हैं, इसलिए इस घातक खेल को समाप्त करने के लिए कदम उठाएं, इससे पहले कि यह और अधिक जिंदगियों को अपनी चपेट में ले ले।”

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के आचरण पर सवाल उठाते हुए कहा, “आतंकवादी पाकिस्तान से घुसपैठ कर हमारे सैनिकों को निशाना बनाते हैं। सरकार इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे हुए है? जब पुलवामा हुआ, तो आपने आक्रोश दिखाया, लेकिन अब, हमारे कर्नल और उपाधीक्षकों के साथ।” शहीद होने पर भी प्रधानमंत्री उसी स्तर की चिंता क्यों नहीं दिखा रहे?

असदुद्दीन ओवैसी का बयान जम्मू-कश्मीर के संघर्षग्रस्त क्षेत्र में बढ़ते तनाव और हिंसक मुठभेड़ों की पृष्ठभूमि में आया है। सुरक्षाकर्मियों की बढ़ती हताहतों की संख्या ने खतरे की घंटी बजा दी है, जिससे एआईएमआईएम नेता को सरकार की स्पष्ट निष्क्रियता को चुनौती देनी पड़ी है। ओवैसी के इस बयान पर हालांकि अभी तक बीजेपी की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। अब देखना होगा बीजेपी कैसे इस पर प्रतिक्रिया देती है।