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Amit Shah On CAA: ‘चुनाव से पहले ही लागू होगा सीएए, कुछ लोग इसका नाम लेकर मुस्लिम भाइयों को भड़का रहे’, गृहमंत्री अमित शाह का एलान

Amit Shah On CAA: अमित शाह ने कहा कि ये किसी की भारतीय नागरिकता छीनने के लिए नहीं है। अमित शाह ने कहा कि सीएए उन लोगों के लिए है, जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में उत्पीड़न का सामना करने के बाद भारत आए हैं।

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान किए जाने से पहले नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए को केंद्र सरकार लागू कर देगी। गृहमंत्री अमित शाह ने अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स के एक कार्यक्रम में ये एलान किया है। गृहमंत्री ने शनिवार को कार्यक्रम में कहा कि सीएए 2019 में संसद से पास हुआ था। उन्होंने कहा कि इसका नोटिफिकेशन निश्चित रूप से होगा। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि चुनाव से पहले ही सीएए को अमल में आना है और इस बारे में किसी को कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएए का नाम लेकर हमारे मुस्लिम भाइयों को भड़काया जा रहा है। ये किसी की भारतीय नागरिकता छीनने के लिए नहीं है। अमित शाह ने कहा कि सीएए उन लोगों के लिए है, जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में उत्पीड़न का सामना करने के बाद भारत आए हैं।

गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि इसके नतीजों पर कोई सस्पेंस नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को समझ आ गया है कि उनको विपक्ष में बैठना होगा। अमित शाह ने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर संबंधी 370 को निरस्त कर दिया और हमारा मानना है कि देश की जनता बीजेपी को 370 और एनडीए को 400 से ज्यादा सीटों का आशीर्वाद देगी। अमित शाह ने कांग्रेस की तरफ से कदम पीछे हटाने का भी आरोप लगाया। अमित शाह ने इस कार्यक्रम में ये भी कहा कि समान नागरिक संहिता यानी यूसीसी का मुद्दा जनसंघ के दौर से है और ये संविधान का भी एजेंडा है। अमित शाह ने कहा कि संविधान के 44वें अनुच्छेद में यूसीसी लागू करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इसी संविधान पर पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू और उनकी सरकार में मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद समेत तमाम कांग्रेस के लोगों ने दस्तखत किए थे।

राहुल गांधी की यात्रा पर अमित शाह ने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार को ये यात्रा निकालने का हक नहीं है, क्योंकि उनकी पार्टी ही 1947 में देश का विभाजन कराने की जिम्मेदार है। अमित शाह ने कहा कि श्वेत पत्र जरूरी था, ताकि जनता को पता चले कि कांग्रेस के यूपीए गठबंधन ने सत्ता छोड़ने के बाद क्या गड़बड़ी छोड़ी थी।