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Cheetahs OF KUNO: दक्षिण अफ्रीका से भारत पहुंचे 12 और चीते, मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान करेंगे कूनो के बाड़ों में रिलीज

दक्षिण अफ्रीका से चीते लाने के लिए भारत से समझौता साल 2021 में हुआ था। इस समझौते के तहत अगले 10 साल तक हर साल 10 से 12 चीते भारत लाए जाएंगे। भारत में आखिरी एशियाई चीता 1948 में मारा गया था। तभी से भारत में फिर से चीतों को बसाने की कोशिश चल रही थी।

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ग्वालियर। दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते भारत आ चुके हैं। अब से थोड़ी देर पहले वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से चीतों को ग्वालियर एयरबेस पर लाया गया है। चीतों को अब हेलीकॉप्टर से कूनो नेशनल पार्क ले जाया जा रहा है। वहां सीएम शिवराज सिंह चौहान इन सभी चीतों को क्वॉरेंटीन वाले बाड़ों में रिलीज करेंगे। इन क्वॉरेंटीन बाड़ों में 12 चीते अगले 30 दिन तक रहेंगे। सबकुछ ठीक रहने के बाद चीतों को बड़े बाड़ों में शिफ्ट किया जाएगा। इससे पहले नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे। आज जिन चीतों को लाया गया है, उनमें 7 नर और 5 मादा हैं। पहले 5 मादा और 3 नर चीते कूनो लाए गए थे।

दक्षिण अफ्रीका से चीते लाने के लिए भारत से समझौता साल 2021 में हुआ था। इस समझौते के तहत अगले 10 साल तक हर साल 10 से 12 चीते भारत लाए जाएंगे। भारत में आखिरी एशियाई चीता 1948 में मारा गया था। तभी से भारत में फिर से चीतों को बसाने की कोशिश चल रही थी। भारत में चीतों को लाकर उनकी वंशवृद्धि कर जंगलों में छोड़े जाने की कोशिश की जाएगी। इससे पहले सरकार ने ईरान से चीते लाने की कोशिश की थी। ईरान में चीतों की एशियाई प्रजाति ही पाई जाती है, लेकिन ईरान सरकार ने चीतों की संख्या काफी कम होने का हवाला देकर भारत की गुजारिश नहीं मानी थी।

मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दक्षिण अफ्रीका से चीते लाए जाने पर खुशी जताई है। उन्होंने बताया है कि पहले लाए गए चीते भी पूरी तरह स्वस्थ हैं। शिवराज ने चीतों को भारत में फिर बसाने की कोशिश के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने इससे पारिस्थितिकी तंत्र के मजबूत होने की बात कही है। इससे पहले पीएम मोदी ने 8 चीते कूनो नेशनल पार्क के बाड़ों में छोड़े थे।

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