नई दिल्ली। लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच दो जगह के बारे में समझौता होने के बावजूद अभी एक जगह दोनों की सेनाएं आमने-सामने हैं। यह पूर्वी लद्दाख का डेपसांग इलाका है। इसके अलावा अच्छी खबर ये है कि पेट्रोलिंग प्वॉइंट 17-ए यानी गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स से चीन की सेना हट गई है। गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी PLA के जवान बड़ी संख्या में हथियारों के साथ पिछले साल मई से मौजूद थे। डेपसांग से फौज हटाने के बारे में अभी दोनों देशों के बीच आगे की बातचीत होगी। कमांडर स्तर की 12वीं बातचीत के बाद गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स से चीन और भारत ने 4 और 5 अगस्त को सेनाएं हटा लीं। इससे पहले दोनों देशों ने एक समझौते के तहत पेंगोंग सो झील से सेना हटाने का फैसला किया था। वहां चीन की फौज फिंगर 8 तक चली गई है। जबकि, भारतीय सेना फिंगर 2 के पास अपने कैंप में है।
पैंगोंग सो और गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स में दोनों देशों ने विवादित जगह को बफर जोन बनाने का फैसला किया है। यानी विवाद के खत्म होने तक इस इलाके में चीन और भारत की सेना नहीं जाएंगी। दोनों देश अपने-अपने इलाकों में पेट्रोलिंग करेंगे और एक पक्ष दूसरे को इससे नहीं रोकेगा। बता दें कि चीन की सेना के घुसपैठ की वजह से भारत को करीब 2 लाख सैनिक लद्दाख में तैनात करने पड़े थे।
हालांकि, चीन की धोखेबाजी की पुरानी चालों को देखते हुए मोदी सरकार अभी सावधानी बरत रही है। सेना को पीछे ले जाने का फैसला हुआ है, लेकिन जवानों की संख्या कम नहीं की जाएगी। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर भी चौकसी बरती जा रही है। सिक्किम में चीन की सीमा पर भी चौकसी जारी रखी जाएगी। ताकि किसी भी समय दुश्मन को माकूल जवाब दिया जा सके।