पणजी। गोवा में बीमारियों का इलाज करने और पैसा देने का वादा कर लोगों का धर्मांतरण कराने के आरोप में पुलिस ने एक पादरी और उसकी पत्नी को धर दबोचा है। मापूसा पुलिस के मुताबिक पादरी डोमेनिक डिसूजा और उसकी पत्नी जोन को गिरफ्तार किया गया है। कुछ लोगों ने पुलिस में शिकायत दी थी कि डोमेनिक और जोन लोगों को बहला फुसलाकर और पैसे का लालच देकर ईसाई बनने के लिए कहते हैं। पादरी दंपति के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर हुई थीं। जिसके बाद गुरुवार को पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। राजधानी पणजी से करीब 20 किलोमीटर दूर पादरी दंपति उत्तरी गोवा के सालिगांव में रहते हैं। दोनों को कोर्ट ने जेल भेज दिया है।
पुलिस ने बताया कि उसे लगातार शिकायत मिल रही थी कि डोमेनिक डिसूजा और जोन डिसूजा लोगों को धन देने, बीमारी ठीक करने जैसे वादे कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करते थे। उन्होंने इसके लिए ‘फाइव पिलर्स चर्च’ नाम का संगठन बनाया था। इससे पहले भी गांव के लोगों ने डिसूजा परिवार पर बिना मंजूरी के लाउडस्पीकर बजाने और शांति भंग का आरोप लगाया था। तब पुलिस ने दोनों को बुलाकर हिदायत भी दी थी। अब धर्मांतरण के आरोप में दोनों को सख्त कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया है।
बता दें कि गोवा में धर्मांतरण करना संगीन अपराध है। यहां समान नागरिक संहिता भी लागू है। गोवा के सीएम प्रमोद सावंत कई बार कह चुके हैं कि वो किसी सूरत में धर्मांतरण करने वालों को नहीं बख्शेंगे। सावंत ने कहा था कि गोवा में सभी धर्मों के मानने वालों को अधिकार हैं और धर्म बदलने के लिए प्रलोभन देने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई जारी रखेगी। गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने इस मामले को बड़ा मुद्दा भी बनाया था।