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PM Modi To World On Pakistan: बीकानेर की धरती से पीएम मोदी ने दुनिया के ताकतवर देशों को पाकिस्तान पर दिया साफ संदेश, बोले- हमें कोई शक्ति संकल्प से डिगा नहीं सकती

PM Modi To World On Pakistan: पीएम मोदी के गुरुवार के बयान से साफ है कि पाकिस्तान अब ये कहकर नहीं बच सकेगा कि भारत में होने वाले आतंकी हमलों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। इसके साथ ही ये भी साफ हो गया कि सिंधु नदी समझौते को स्थगित करने के बाद भारत अब अपने हक का पानी इस्तेमाल करेगा। अब तक सिंधु नदी समझौते का पाकिस्तान बड़ा फायदा उठा रहा था। उसे 80 फीसदी पानी मिल रहा था।

बीकानेर। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बीकानेर की जनसभा से दुनिया के सभी ताकतवर देशों को साफ संदेश दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पाकिस्तान को भारतीयों के खून से खेलना महंगा पड़ेगा। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया की कोई ताकत हमें इस संकल्प से डिगा नहीं सकती। मोदी ने कहा कि अगर पाकिस्तान ने आतंकियों को समर्थन करना जारी रखा, तो उसे पाई-पाई के लिए मोहताज होना पड़ेगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने ये एलान भी किया कि पाकिस्तान को भारत के हक का पानी नहीं मिलेगा।

पीएम मोदी के इस बयान को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए भी संदेश माना जा सकता है। दरअसल, ट्रंप लगातार ये दावा कर रहे हैं कि उन्होंने व्यापार बंद करने की धमकी देकर भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष रुकवाया है। जबकि, भारत सरकार ने ट्रंप के इस दावे को गलत बताया है। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने साफ कहा था कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने सैन्य कार्रवाई रोकने की गुहार लगाई थी। जिसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को स्थगित किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल भी मीडिया के सवालों पर यही बात कह चुके हैं। भारतीय सेना के डीजीएमओ राजीव घई ने भी साफ कहा था कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने ही सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए फोन किया था।

पीएम मोदी के गुरुवार के बयान से साफ है कि पाकिस्तान अब ये कहकर नहीं बच सकेगा कि भारत में होने वाले आतंकी हमलों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। इसके साथ ही ये भी साफ हो गया कि सिंधु नदी समझौते को स्थगित करने के बाद भारत अब अपने हक का पानी इस्तेमाल करेगा। अब तक सिंधु नदी समझौते का पाकिस्तान बड़ा फायदा उठा रहा था। उसे 80 फीसदी पानी मिल रहा था। मोदी ने ये भी फिर साफ कर दिया कि पाकिस्तान से जब भी बातचीत होगी, तो वो पीओके की वापसी और आतंकवाद के मुद्दे पर ही होगी। जबकि, पाकिस्तान लगातार ये बंदर घुड़की देता रहा है कि अगर सिंधु नदी समझौता रद्द किया गया, तो इसे युद्ध का एलान माना जाएगा।